चित्तौड़गढ़: राजस्थान रोडवेज (Rajasthan Roadways) बस के एक चालक ने शनिवार रात कई यात्रियों की जान आफत में डाल दी. वो नशे में था. भीलवाड़ा हाइवे (Bhilwara Highway) पर चालक की मनमर्जी और लापरवाही बड़ी मुसीबत को दावत दे सकती थी. बस चित्तौड़गढ़ डिपो (Chittourgarh Depot) की थी. रोडवेज वाहन में सवार लोगों की सजगता से सबकी जान बची. ये मामला यात्रियों के प्रति रोडवेज के लापरवाह रवैए की ओर भी इशारा करता है.
Smart City का हथौड़ा: UIT कोटा की बड़ा कार्रवाई, 40 से ज्यादा मकान-दुकान जमींदोज
घटना शनिवार रात की है. भीलवाड़ा के Six lane मार्ग पर चालक शराब के नशे में बस दौड़ा रहा था. हाईवे पर चढ़ने के बाद गाड़ी दो बार टकराते- टकराते बची. इस पर सवारियों ने जबरन बस को रुकवा दिया. काफी देर तक सवारियां मौके पर ही खड़ी रही. बाद में रोडवेज डिपो से नया चालक भेजा गया तब बस को भीलवाड़ा के लिए रवाना किया गया.
जानकारी में सामने आया है कि राजस्थान राज्य पथ (Rajasthan Roadways) परिवहन निगम की चित्तौड़ डिपो की बस शनिवार रात चित्तौड़गढ़ से रवाना होकर भीलवाड़ा की ओर जा रही थी. बस रवाना हुई तो इसमें बड़ी संख्या में सवारियां भी मौजूद थी. सवारियों का कहना है कि रोडवेज डिपो से बाहर निकलने के बाद से ही चालक बस, लहराते हुए चला रहा था. सवारियों ने जब टोका तो पता चला वह नशे में है.
इतने नशे में कि वो ढंग से बात तक नहीं कर पा रहा था. करीब 10 किलोमीटर दूर जाने के बाद बस हाईवे पर चढ़ी तो दो बार टकराते-टकराते बची. हादसे की आशंका को देखते हुए सवारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया और बस को जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर हाइवे पर ही रुकवा दिया.
बस के साथ चल रहे परिचालक ने जब रोडवेज डिपो (Roadways Depot) चित्तौड़गढ़ पर सूचना दी, तो सवारियों ने भी चित्तौड़गढ़ डिपो पर शिकायत की. करीब 1 घंटे तक बस वहीं खड़ी रही. बाद में चित्तौड़गढ़ मुख्यालय से एक परिचालक को मौके पर भेजा गया, जो बस को आगे लेकर गया.
गौरतलब है कि, राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम में कई चालक व परिचालक रात के समय नशे में चलते हैं जिन पर रोक-टोक की अथवा जांच का कोई प्रावधान नहीं है. ऐसे में कई बार ये हादसे का कारण भी बन जाते हैं.