चित्तौड़गढ़. सांसद सीपी जोशी ने संसद में लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेते हुए शून्यकाल के दौरान संसदीय क्षेत्र चित्तौडगढ़ के प्रतापगढ़ जिले में कॉलेज को खोले जाने के विषय को रखा. सांसद जोशी ने सदन में बताया की केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का विगत वर्षों में प्रतापगढ़ की जनता को लाभ हुआ. इसमें प्रतापगढ़ के लिये नवोदय विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय, पासपोर्ट कार्यालय, प्रतापगढ़ के लिए बाईपास की स्वीकृति, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत ग्रामीण विद्युतिकरण और जीएसएस, जल जीवन मिशन, समग्र शिक्षा अभियान, शहरी क्षेत्र में आईपीडीएस के माध्यम विद्युत सुदृढिकरण के लिए, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, टीएसपी के लिये नये क्षेत्रों को सम्मिलित करना जैसे कई एतिहासिक कार्य हुए हैं.
सांसद ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की ओर से पिछले कार्यकाल के दौरान राजस्थान प्रदेश में 7 मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति हुई. इस कार्यकाल में 15 मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति हुई है. भारत सरकार ने देश भर में 75 नये मेडिकल खोले जाने का निर्णय किया, जिसमें से 15 मेडिकल कॉलेज की राजस्थान प्रदेश को सौगात मिली है. इसमें चित्तौड़गढ़ जिले के लिये भी मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति प्रदान की गयी.
सांसद जोशी ने सदन में बताया की राजस्थान सरकार की ओर से दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से उनके द्वारा पत्र लिखे जाने और आग्रह किये जाने के बावजूद प्रतापगढ़ जिले के लिये मेडिकल कॉलेजी की स्वीकृति का किसी तरह के प्रस्ताव को बनाये जाने में कोई रूचि नहीं दिखाई गयी. प्रतापगढ़ जनजाति बाहुल्य का जिला होने के साथ साथ दुर्गम भौगोलिक वाला क्षेत्र है, यहां के निवासियों को गम्भीर बीमारी और दुर्घटना के समय सुदुर उदयपुर और अन्य जगह जाना पड़ता है, जिससे की यहां के निवासियों को अधिक समय और धन का व्यय करना पड़ता है. यहां पर विशेषज्ञ चिकित्सकों का भी अभाव रहता है.
राजस्थान सरकार की ओर से प्रतापगढ़ जिले के लिए अगर जिले की मांग को गम्भीरता से लेते हुए प्रतापगढ़वासियों को हो रही असुविधा को ध्यान में रखते हुए समय पर प्रस्ताव बनाया होता और केन्द्र को भेजा होता तो प्रतापगढ़ जिले के लिये भी मेडिकल कॉलेज की सौगात मिल गयी होती. सांसद जोशी ने केन्द्र सरकार से आग्रह किया की भविष्य में जब भी पुनः मेडिकल कॉलेज के लिए किसी प्रकार की कोई योजना बने या किसी योजना पर विचार किया जाये, उस समय दुर्भावनापूर्वक राजस्थान सरकार की ओर से प्रतापगढ़ जिले के लिए की गयी उपेक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रतापगढ़ जिले के लिये मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति को वरियता प्रदान कर वहां के निवासियों को इसकी सौगात प्रदान करवाई जाए.