कपासन (चित्तौड़गढ़). संसदात्मक शासन प्रणाली के सफल संचालन में मजबूत विपक्ष कितना महत्व रखता है, इस विषय पर राज्य स्तरीय वाद विवाद प्रतियोगिता कस्बे के आरएनटी महाविद्यालय के परिसर में आयोजित हुई. जिसमें उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, नाथद्वारा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ के विभिन्न महाविद्यालयों से आए 45 प्रतिभागियों ने भाग लिया.
करीब 4 घण्टे तक चली इस प्रतियोगिता के निर्णायक चित्तौड़गढ महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग के डॉ. अखिलेश चाष्टा थे. प्रतिभागियो ने ’’संसदात्मक शासन प्रणाली के सफल संचालन हेतु मजबूत विपक्ष का होना आवश्यक है.’’ विषय पर पक्ष व विपक्ष में अपने-अपने तर्क रखे.
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प्रतियोगिता के दौरान डॉ. प्रीति पालीवाल, प्राचार्य डॉ. कोसर अली बोहरा, महाविद्यालय प्रबन्ध निदेशक डॉ. वसीम खान, डॉ. केशव पथिक, पक्षी प्रेमी उज्ज्वल दाधीच आदि उपस्थित थे. प्रतियोगिता में विषय के पक्ष में एश्वर्या शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, उदयपुर के छात्र प्रद्युम्न सिंह चौहान ने व विपक्ष में आरएनटी कॉलेज ऑफ टीचर एज्यूकेशन, कपासन की छात्रा सोनल उपाध्याय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले संभागियों को नगद पुरस्कार दिए गए.