चित्तौड़गढ़. यदि आप 60 वर्ष से अधिक के हैं अथवा परिवार में 44 से लेकर 59 साल के किसी सदस्य को किसी प्रकार की गंभीर बीमारी है, तो कोरोना से बचाव के लिए सरकार की ओर से निशुल्क टीकाकरण की शुरुआत कर दी गई है. सरकार की गाइड लाइन के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले में पहले दिन 30 सेंटर बनाए गए. जहां पर इसके दायरे में आने वाले करीब 50 प्रतिशत लोग पहुंचे. आने वाले दिनों में इनकी संख्या और भी बढ़ने की संभावना है.
चित्तौड़गढ़ में लोगों ने लगाया कोरोना टीका सबसे बड़ी बात यह है कि पहले के अन्य चरणों की तरह संबंधित व्यक्ति के पहले से रजिस्ट्रेशन कराने की कोई आवश्यकता नहीं है. इसके दायरे में आने वाला शख्स सीधे ही सेंटर पर पहुंचकर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकता है. इसके साथ ही मौके पर ही उसका वैक्सीनेशन कराया जा सकता है. चित्तौड़गढ़ में सांवरिया जी चिकित्सालय के अलावा एमपी बिरला हॉस्पिटल में कोरोना वैक्सीन बूथ लगाए गए है. यहां जैसे-जैसे लोगों को पता चला वैसे-वैसे वे अपने बुजुर्ग परिजनों को लाते दिखाई दिए. टीकाकरण के बाद लाभान्वित लोग काफी खुश दिखाई दिए. वहीं रजिस्ट्रेशन मौके पर करवाने की सुविधा को लेकर संतुष्टि भी जताई.
चिकित्सा विभाग के अनुसार सोमवार को पहले दिन हर बूथ पर 200 लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य था. उसके मुकाबले 3272 लोगों की ओर से टीकाकरण करवा लिया गया. तीसरा चरण लगभग 1 महीने तक चलेगा और जिले में करीब 2 लाख 54 हजार लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है. अगले तीन-चार दिन में जो भी एक्सपीरियंस मिलेगा, उसके अनुरूप वैक्सीनेशन कार्यक्रम में परिवर्तन करते हुए बूथ की संख्या और भी बढ़ाए जाने की प्लानिंग है.
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वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी अतिरिक्त जिला कलेक्टर भूमि अवाप्ति अंबा लाल मीणा के अनुसार सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप बूथ लगाकर वहां वैक्सीनेशन की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई. जिला प्रशासन ने पहले से ही मतदाता सूची के आधार पर 60 वर्ष से अधिक के मतदाताओं और 44 से लेकर 59 वर्ष के बीच आने वाले गंभीर रोगियों की सूची तैयार कर ली थी. 44 से लेकर 59 साल वाले गंभीर रोगियों के लिए 20 बीमारियां तय की गई है. इन रोगों से ग्रस्त व्यक्ति का मेडिकल के दस्तावेज पेश करने के बाद वैक्सीनेशन कराई जा सकता है. भविष्य में हम वैक्सीनेशन बूथ की संख्या और भी बढ़ाने वाले हैं.