ETV Bharat / state

पहले महिला ने किया अपहरण, फिर जबरन शादी करवाकर नाबालिग के साथ गैंग रेप - Kapasan News

चित्तौड़गढ़ में कपासन एरिया के तहत आने वाले बेगूं थाना क्षेत्र में एक 15 साल की बालिका के का अपहरण कर जबरन शादी और दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. बेगूं पुलिस ने बालिका को दस्तयाब कर बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया. जहां बालिका की काउंसलिंग की गई और मेडिकल टेस्ट करवाया गया.

crime news  crime in rajasthan  चित्तौड़गढ़ न्यूज  कपासन न्यूज  नाबालिग से गैंग रेप  गैंग रेप  अपहरण  Abduction  Gang rape  Minor gang rape  Kapasan News  Chittorgarh News
नाबालिग के साथ गैंग रेप
author img

By

Published : May 7, 2021, 10:46 PM IST

कपासन (चित्तौड़गढ़). बेगूं थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बालिका का अपहरण कर जबरन शादी और दुष्कर्म का मामला सामने आया है. सूचना के बाद पुलिस ने बालिका को दस्तयाब किया और बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया. यहां बालिका की काउंसलिंग कर मेडिकल टेस्ट करवाया गया.

जानकारी के मुताबिक, बेगूं थाने में धारा- 363, 366 और 384 के साथ पॉक्सो एक्ट में 16 और 17 धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया. लेकिन बाल कल्याण समिति के काउंसलिंग के बाद समिति अध्यक्ष रमेश चंद्र दशोरा ने जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव को पत्र लिखकर धारा- 370 और 376 किशोर न्याय अधिनियम- 2015 की धारा 75 और 81 एवं बाल विवाह निषेध अधिनियम- 2006 की धारा- 9 और 10 तथा पॉक्सो एक्ट- 2012 की धारा 5 और 6 में भी जांच कराने का आदेश दिया. मामले की जांच भदेसर वृत्ताधिकारी अदिति चौधरी को सौंपा गया है.

यह भी पढ़ें: अवैध संबंध के शक में पति ने पत्नी के आशिक की हत्या की, गिरफ्तार

बता दें, नाबालिग बालिका के माता-पिता ने बेगूं थाने में बीते 3 मई रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 10 दिन पहले जब नाबालिग के माता-पिता काम पर गए हुए थे. उसी दौरान पारसोली थाना क्षेत्र निवासी एक महिला उनके घर आई और बालिका को शादी में खाना खिलाने लेकर जाने की बात कहकर अपने साथ ले गई. जब उस नाबालिग के माता-पिता घर आए तो बालिका घर पर नहीं थी. इसके बाद 2 मई को एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया और उसने कहा, तुम्हारी बेटी हमारे पास है. ढाई लाख रुपए लेकर आओ और बेटी को ले जाओ. दोनों ने नाबालिग को घर से ले जाने वाली महिला के पास फोन किया, लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था. बालिका के माता-पिता ने बताया, उनकी बेटी को जबरदस्ती शादी करवाने के लिए लेकर गए. बेगूं पुलिस ने मामला दर्जकर बालिका को भीलवाड़ा से 4 मई दस्तयाब किया.

यह भी पढ़ें: पुलिस कांस्टेबल और उसके दोस्त पर ब्लैकमेलिंग का आरोप

थाने में बालिका को लाने के बाद धारा- 161 सीआरपीसी में उसका बयान दर्ज किया गया, जिसमें बालिका ने बताया, एक महिला उसके घर आकर उसे शादी में खाना खिलाने लेकर जाने की बात कहकर अपने साथ ले गई और पुराने बस स्टैंड के पास पहुंची. जहां एक लड़का बाइक लेकर मौजूद था. हम दोनों उसकी बाइक पर बैठ गए और उसने जोगणिया माताजी के जंगल में जाकर छोड़ दिया. वहां पर दो आदमी बाइक पर सवार खड़े थे, वे हमें भीलवाड़ा की ओर लेकर गए.

यह भी पढ़ें: दो सगे भाइयों सहित झाड़-फूंक करने वाले ने युवती के साथ 5 साल तक किया गैंग रेप, गर्भपात भी करवाया

नाबालिग ने बताया, भीलवाड़ा में एक पुलिस वाला सादे कपड़ों में था, एक रात वहीं रुकवाया गया. जहां महिला नाबालिग को छोड़कर चली गई. पुलिस वाले ने, जिसका नाम धर्मचंद था, नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया. अगले दिन वहां पर दिलखुश नाम का एक व्यक्ति को बुलाया. उसने भी नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया. दिलखुश के साथ उसका पिता सूरजमल मीणा, बुआ फूलाबाई, बहन और एक अन्य व्यक्ति वैन में बैठाकर दिलखुश के घर ले गए. जहां पांच दिन बंदी रखा और लगातार दुष्कर्म किया. घर में शादी का माहौल था तो मौका देखकर मैंने घर पर फोन लगाया तो भाई छोटे भाई ने फोन उठाया और उसको सूचना दी. जब उसके माता-पिता ने दोबारा उस नंबर पर संपर्क किया तो फुलाबाई ने छोड़ने के नाम पर दो लाख रुपए मांगे. उसके बाद बेगूं पुलिस मेरी मां और मुंह बोला भाई मौके पर पहुंचे और नाबालिग को वहां से छुड़वाकर वापस घर ले आए.

यह भी पढ़ें: अलवर: युवती का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म...4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

काउंसलिंग में बताई जबरदस्ती शादी करवाने की बात

काउंसलिंग के दौरान बालिका ने बताया, घर से ले जाने वाली महिला ने 40 हजार रुपए देने के बदले में पांच दिन के लिए मुझे काम से लेकर जाने की बात कही थी. लेकिन उसने बस स्टैंड पर पहले से मौजूद एक आदमी और फूलाबाई को सौंप दिया. फूलाबाई पाड़लिया गांव लेकर गई. जहां पहले से शादी की तैयारियां की गई थी. मैंने मौका पाते ही अपने घर फोन किया और भाई को पूरी दास्तान बताई. पकड़े जाने पर उन लोगों ने बालिका के साथ मारपीट की और दिलखुश के साथ जबरदस्ती शादी करवा दी. दो-तीन दिन तक दिलखुश ने उसके साथ दुष्कर्म किया और बंद कमरे में उसका फोटो भी खींचा. फूलाबाई ने उस लड़के को मुझे पैसे देकर सौंपा था.

कपासन (चित्तौड़गढ़). बेगूं थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बालिका का अपहरण कर जबरन शादी और दुष्कर्म का मामला सामने आया है. सूचना के बाद पुलिस ने बालिका को दस्तयाब किया और बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया. यहां बालिका की काउंसलिंग कर मेडिकल टेस्ट करवाया गया.

जानकारी के मुताबिक, बेगूं थाने में धारा- 363, 366 और 384 के साथ पॉक्सो एक्ट में 16 और 17 धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया. लेकिन बाल कल्याण समिति के काउंसलिंग के बाद समिति अध्यक्ष रमेश चंद्र दशोरा ने जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव को पत्र लिखकर धारा- 370 और 376 किशोर न्याय अधिनियम- 2015 की धारा 75 और 81 एवं बाल विवाह निषेध अधिनियम- 2006 की धारा- 9 और 10 तथा पॉक्सो एक्ट- 2012 की धारा 5 और 6 में भी जांच कराने का आदेश दिया. मामले की जांच भदेसर वृत्ताधिकारी अदिति चौधरी को सौंपा गया है.

यह भी पढ़ें: अवैध संबंध के शक में पति ने पत्नी के आशिक की हत्या की, गिरफ्तार

बता दें, नाबालिग बालिका के माता-पिता ने बेगूं थाने में बीते 3 मई रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 10 दिन पहले जब नाबालिग के माता-पिता काम पर गए हुए थे. उसी दौरान पारसोली थाना क्षेत्र निवासी एक महिला उनके घर आई और बालिका को शादी में खाना खिलाने लेकर जाने की बात कहकर अपने साथ ले गई. जब उस नाबालिग के माता-पिता घर आए तो बालिका घर पर नहीं थी. इसके बाद 2 मई को एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया और उसने कहा, तुम्हारी बेटी हमारे पास है. ढाई लाख रुपए लेकर आओ और बेटी को ले जाओ. दोनों ने नाबालिग को घर से ले जाने वाली महिला के पास फोन किया, लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था. बालिका के माता-पिता ने बताया, उनकी बेटी को जबरदस्ती शादी करवाने के लिए लेकर गए. बेगूं पुलिस ने मामला दर्जकर बालिका को भीलवाड़ा से 4 मई दस्तयाब किया.

यह भी पढ़ें: पुलिस कांस्टेबल और उसके दोस्त पर ब्लैकमेलिंग का आरोप

थाने में बालिका को लाने के बाद धारा- 161 सीआरपीसी में उसका बयान दर्ज किया गया, जिसमें बालिका ने बताया, एक महिला उसके घर आकर उसे शादी में खाना खिलाने लेकर जाने की बात कहकर अपने साथ ले गई और पुराने बस स्टैंड के पास पहुंची. जहां एक लड़का बाइक लेकर मौजूद था. हम दोनों उसकी बाइक पर बैठ गए और उसने जोगणिया माताजी के जंगल में जाकर छोड़ दिया. वहां पर दो आदमी बाइक पर सवार खड़े थे, वे हमें भीलवाड़ा की ओर लेकर गए.

यह भी पढ़ें: दो सगे भाइयों सहित झाड़-फूंक करने वाले ने युवती के साथ 5 साल तक किया गैंग रेप, गर्भपात भी करवाया

नाबालिग ने बताया, भीलवाड़ा में एक पुलिस वाला सादे कपड़ों में था, एक रात वहीं रुकवाया गया. जहां महिला नाबालिग को छोड़कर चली गई. पुलिस वाले ने, जिसका नाम धर्मचंद था, नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया. अगले दिन वहां पर दिलखुश नाम का एक व्यक्ति को बुलाया. उसने भी नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया. दिलखुश के साथ उसका पिता सूरजमल मीणा, बुआ फूलाबाई, बहन और एक अन्य व्यक्ति वैन में बैठाकर दिलखुश के घर ले गए. जहां पांच दिन बंदी रखा और लगातार दुष्कर्म किया. घर में शादी का माहौल था तो मौका देखकर मैंने घर पर फोन लगाया तो भाई छोटे भाई ने फोन उठाया और उसको सूचना दी. जब उसके माता-पिता ने दोबारा उस नंबर पर संपर्क किया तो फुलाबाई ने छोड़ने के नाम पर दो लाख रुपए मांगे. उसके बाद बेगूं पुलिस मेरी मां और मुंह बोला भाई मौके पर पहुंचे और नाबालिग को वहां से छुड़वाकर वापस घर ले आए.

यह भी पढ़ें: अलवर: युवती का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म...4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

काउंसलिंग में बताई जबरदस्ती शादी करवाने की बात

काउंसलिंग के दौरान बालिका ने बताया, घर से ले जाने वाली महिला ने 40 हजार रुपए देने के बदले में पांच दिन के लिए मुझे काम से लेकर जाने की बात कही थी. लेकिन उसने बस स्टैंड पर पहले से मौजूद एक आदमी और फूलाबाई को सौंप दिया. फूलाबाई पाड़लिया गांव लेकर गई. जहां पहले से शादी की तैयारियां की गई थी. मैंने मौका पाते ही अपने घर फोन किया और भाई को पूरी दास्तान बताई. पकड़े जाने पर उन लोगों ने बालिका के साथ मारपीट की और दिलखुश के साथ जबरदस्ती शादी करवा दी. दो-तीन दिन तक दिलखुश ने उसके साथ दुष्कर्म किया और बंद कमरे में उसका फोटो भी खींचा. फूलाबाई ने उस लड़के को मुझे पैसे देकर सौंपा था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.