चित्तौड़गढ़. विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने फर्जी दस्तावेज के जरिए धोखाधड़ी करने का एक मामला निकुंभ पुलिस थाने में दर्ज किया गया (Fraud case in Chittorgarh) है. परिचित पिता-पुत्र ने 3 लाख रुपए लेकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर वीजा बनाकर युवक को थमा दिया. उनकी यह करतूत जयपुर में एयरपोर्ट अथॉरिटी के समक्ष खुल गई, जब युवक को दुबई जाना था.
निकुंभ निवासी जानी बाई ने इस संबंध में न्यायालय में इस्तगासा पेश करते हुए न्याय की गुहार लगाई गई थी. न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने भदेसर निवासी भंवर लाल मेनारिया और उसके बेटे राजकुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया. रिपोर्ट के अनुसार जानी बाई के भंवरलाल और राजकुमार के साथ पारिवारिक रिश्ते हैं. राजकुमार दुबई में नौकरी कर रहा है. दोनों ही बाप-बेटों ने जानी बाई को उसके बेटे मुकेश को विदेश में नौकरी दिलवाने के लिए 3 लाख रुपए में वीजा उपलब्ध कराने की बात कही. साथ ही मुकेश को प्रतिमाह एक लाख रुपए का वेतन दिलवाने का भी आश्वासन दिया.
इस आधार पर जानी बाई ने राशि देने के बाद बाप-बेटे ने उसे मुकेश के नाम का वीजा दिया गया. मुकेश को 4 माह के भीतर कभी भी दुबई भेजने को कहा गया. इसके साथ ही दुबई का टिकट कटवा कर मुकेश को जयपुर एयरपोर्ट भेजा गया, जहां एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा फर्जी वीजा बताते हुए मुकेश को पकड़ लिया गया. हालांकि चेतावनी देकर उसे छोड़ दिया गया. पुलिस ने दोनों ही बाप-बेट के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए जांच प्रारंभ कर दी.