चित्तौड़गढ़. शहर के नगरपालिका कॉलोनी में एक मंदिर की जमीन है, जिस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर के बाड़े बना रखे हैं. यहां मवेशी भी बंधे हुए हैं और चारा भी रखा हुआ था. एक किनारे बाड़ा है तो दूसरे किनारे पर आवासीय मकान है. मंगलवार दोपहर में इन बाड़ों में आग लग गई, आग तेजी से हवा के साथ फैलने लगी. बाड़े में 1 गोवंश और तीन भैंस बंधी हुई थी, जिन्हें लोगों की सतर्कता के चलते बचा लिया गया.
बताया गया, मवेशी बाहर निकालने के कुछ ही मिनट में बाड़ा आग की चपेट में आ गया और यहां रखी घास भी जल गई. मामले की जानकारी मिलने के बाद चित्तौड़गढ़ नगर परिषद की दमकल मौके पर बुलाई गई. यहां एक के बाद एक तीन दमकल मौके पर पहुंची, जिनकी सहायता से आग पर काबू पाया गया. इस दौरान पूरे क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति को बंद कर दिया गया. मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई, जहां आग लगी वह रास्ता नगरपालिका कॉलोनी में होकर बस स्टैंड से लेकर महाराणा प्रताप सेतु मार्ग को जोड़ता है. ऐसे में वाहनों की आवाजाही भी काफी रहती है, इसके चलते यहां भारी भीड़ जमा हो गई थी.
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मामले की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची मामले की जानकारी ली. बताया जा रहा है कि इन बाड़े के कब्जेधारियों की ओर से ही झाड़ियों को जलाने के लिए दो-तीन दिन से आग लगाई जा रही थी. वहीं मंगलवार दोपहर में आग हवा के साथ फैल गई और बेकाबू हो गई. इससे मवेशियों के लिए रखी घास, लकड़ियां सहित अन्य सामग्री जल कर नष्ट हुई है. आग पर काबू पा लिया गया. वरना मवेशियों की मौत हो जाती. साथ ही हवा के साथ आग की लपटें आबादी की तरफ नहीं बढ़ी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.