चित्तौड़गढ़. शाही ट्रेन यानी कि पैलेस ऑन व्हिल्स पर्यटन सीजन के फेरे में शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ पहुंची. इस ट्रेन पर भी कोरोना वायरस का साया दिखाई दिया. पर्यटकों के साथ ही शाही ट्रेन का स्टाफ भी इसके खौफ में दिखा और बचाव के लिए मास्क लगाए गए. भले ही स्टाफ किसी भी प्रकार के संक्रमण से इंकार करते रहे लेकिन संभावनाओं को देखते हुए पूरी तरह से सावधानी बरती जा रही है. साथ ही ट्रेन के स्टाफ और पर्यटकों को भी निर्देश दिए हैं, कि हाथ मिलाने से बचें और नमस्कार करें.
जानकारी के अनुसार वैश्विक आपदा घोषित किए जा चुके कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश में सावधानी बरती जा रही है. मुख्य रूप से विदेशों से आने वाले विदेशी और पर्यटकों से इस वायरस का संक्रमण भारत में भी फैलने की बात कही जा रही है. वहीं पर्यटन सीजन में प्रत्येक शुक्रवार शाम शाही ट्रेन चित्तौड़गढ़ आती है. इसमें देश-विदेश के बड़ी संख्या में पर्यटकों को लाकर चित्तौड़ दुर्ग का भ्रमण कराया जाता है.
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इस शुक्रवार के फेरे में यह ट्रेन अपने तय समय से भी देरी से शाम करीब 4 बजे चित्तौड़गढ़ स्टेशन पहुंची. जब पर्यटक चित्तौड़गढ़ स्टेशन के मुख्य द्वार पर आए पर्यटकों का स्वागत किया गया. पर्यटकों का मास्क लगा कर ही स्वागत किया गया, तो दुर्ग भ्रमण भी उन्होंने मास्क लगा कर ही किया. साथ ही चित्तौड़गढ़ के गाइड स्टाफ को भी मास्क पहनने को दिए, जिससे कि किसी भी प्रकार से संक्रमण का खतरा ना हो.
शाही ट्रेन के प्रबंधक प्रदीप बोहरा ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर एहतियात बरती जा रही है. सभी पर्यटकों की सवाईमाधोपुर में ही मेडिकल टीम से स्क्रीनिंग हुई है. कोई भी इसमें बीमार नहीं पाया गया है. इसके अलावा भी ट्रेन में माकूल इंतजाम किए गए हैं. हर केबिन में स्पे्र रखा हुआ है. स्टाफ को यहीं बताया कि किसी चीज को छूए तो हाथ धोए, गेस्ट से हाथ मिलाने से ज्यादा अच्छा है कि नमस्कार करें. उन्होंने बताया कि पर्यटकों की सूची दौरा शुरू होने के पांच दिन पहले आती है. अभी जहां कोरोना वायरस अधिक है वहां के पर्यटक नहीं आ रहे है.