चित्तौड़गढ़. कोरोना संक्रमण को लेकर हर कोई खौफ में है. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की लगातार मौत हो रही है. कोरोना संक्रमण और ना फैल जाए, इसे लेकर लोग डरे हुवे हैं और अपनों की मौत पर भी मोक्षधाम में पूरा समय नहीं रुक रहें हैं. इसके चलते जिले के बिनोता में परिजन सोमवार को अंतिम संस्कार अधूरा छोड़ कर घर लौट गए. इस पर श्वानों ने शव को नोंच लिया और अंग बाहर लेकर आ गए.
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जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा तहसील के बिनोता गांव में एक कोविड पॉजिटिव मरीज की मृत्यु के बाद परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया, लेकिन आग बुझने तक का इंतजार नहीं किया और घर लौट आए. उनके घर आने के बाद शव पूरी तरह जल नहीं पाया. आस-पास मौजूद श्वानों ने अधजला शव को देखकर उसे नोचना शुरु कर दिया. जब इसकी खबर आस-पास के क्षेत्रवासियों को हुई तो सरपंच को सूचना दी गई. मौके पर सरपंच पहुंचे और उन्होंने परिजनों को बुलाकर फिर से शव को जलाने के लिए कहा.
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सरपंच किशोर लाल मीणा ने बताया कि बिनोता गांव में एक बुजुर्ग को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके बाद सीएचसी बिनोता में जांच करवाई गई थी. 1 मई की जांच रिपोर्ट में बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. उनका ऑक्सीजन लेवल लगातार गिर रहा था, जिसके बाद उन्हें निंबाहेड़ा के अस्पताल में भर्ती करवाया गया. यहां उनकी हालत में सुधार नहीं होने के कारण रविवार रात उनकी मृत्यु हो गई. इसके बाद अस्पताल से शव को पीपीई किट में पैक करके परिजनों को सौंप दिया. परिजन शव को सीधे शमशान ले गए और वहां उनका दाह संस्कार किया गया. परिजनों को लगा कि दाह संस्कार हो चुका है. शव जल चुका है तो वो लोग घर चले गए. इस दौरान आग बुझ गई और शव अधजली ही रह गई.
लोगों ने फोन करके बताया कि शव को श्वान नोच रहे हैं और कई अवशेष ले जाकर खा रहे हैं, जिससे बहुत बदबू भी आ रही है. इसके बाद मौके पर सरपंच और चौकी प्रभारी देवेंद्र पहुंचे. इन्होंने परिजनों को फोन करके बुलाया और शव के फिर से अंतिम संस्कार की क्रिया पूरी की.