चित्तौड़गढ़. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा के निर्देशन में चिकित्सकों की एक विशेष वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इसमें कई प्रमुख चिकित्सक आपस में जुड़े और कोरोना मरीजों के इलाज के अपने अनुभव साझा किए. वीसी में पहुंचे वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अनीश जैन ने जिले भर के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों एवं वरिष्ठ चिकित्सकों को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया. डॉ अनीश जैन ने कई प्रकार के संशय दूर किए. वीसी में चिकित्सकों ने खुलकर बात रखी और इलाज को बेहतर बनाने की पर चर्चा की.
वीसी में जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि कोरोना की यह लड़ाई एक सामूहिक लड़ाई है, जिसे हम सभी को निरंतर प्रयासों से जीतना होगा. उन्होंने कहा कि हमें अपने प्रयासों से लोगों की जान बचानी होगी और कोरोना रोकथाम के लिए निरंतर कार्य करना होगा. जिला कलेक्टर ने दोहराया कि कोरोना की लड़ाई अस्पतालों में नहीं जीती जा सकती है. यह लड़ाई ग्राउंड पर ही जितनी होगी. इसके लिए हमारी ग्राउंड लेवल टीमों को निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए कोरोना रोकथाम के लिए कार्य करना होगा. जिला कलेक्टर ने जिला प्रशासन की ओर से कोरोना रोकथाम में हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया.
वीडियो कॉन्फ्रेंस में जिला कलेक्टर ने बताया कि कई मरीज अनावश्यक रूप से रेफर होकर जिला चिकित्सालय आ रहे हैं. इनका इलाज उनके पास स्थित कोविड केयर सेंटर या सीएचसी/पीएचसी में किया जा सकता है. ऐसा ही रहा तो जिला चिकित्सालय में बेड की कमी का सामना करना पड़ सकता है और जरूरतमंद मरीजों को परेशानी हो सकती है. जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जहां तक संभव हो मरीजों का इलाज पास के चिकित्सालय में करने का प्रयास करें एवं आवश्यक होने पर ही उसे रेफर करें.
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पीएमओ डॉ. दिनेश वैष्णव ने भी बताया पिछले एक साल के अनुभव से हम काफी कुछ सीख चुके हैं और कोरोना के इलाज के लिए सभी के पास पर्याप्त मार्गदर्शन उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि चिकित्सक आपस में समन्वय कर कोरोना संक्रमित रोगियों का इलाज अपने स्तर पर करने का प्रयास करें, जिससे संसाधनों की कमी नहीं हो और अधिक से अधिक रोगियों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा सके.