चित्तौड़गढ़. बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन का पूरा ध्यान इसकी रोकथाम पर दिखाई दे रहा है. इसके लिए प्रशासन तमाम तरह के कदम उठा रहा है. संक्रमण के खिलाफ इस लड़ाई में फ्रंट वॉरियर्स के तौर पर स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने आज आरटी पीसीआर लैब पहुंचकर न केवल व्यवस्थाओं का जायजा लिया बल्कि कार्मिकों का भी हौसला बढ़ाया.
कलेक्टर आज प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ पुराना हॉस्पिटल स्थित आरटी पीसीआर लैब का निरीक्षण किया और लैब की हर एक शाखा का जायजा लिया. प्रभारी डॉक्टर मीठा लाल मीणा ने जिला कलेक्टर को ले पर प्रतिदिन होने वाली जांच के बारे में जानकारी दी.
इस दौरान कलेक्टर ने लैब के कार्मिकों से भी बातचीत की और उनकी हौसला अफजाई करते हुए कहा कि यहां हर तरह की फैसिलिटी जाएगी और किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी. ज़िला कलक्टर ने लेब कार्मिकों के कार्य की प्रशंसा करते हुए उन्हें निरन्तर अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए बेहतर से बेहतर कार्य करने हेतु कहा. ज़िला कलक्टर ने आश्वस्त किया कि आवश्यक होने पर और कार्मिक लेब को उपलब्ध करा दिए जाएंगे.
बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए पिलाई जा रही विटामिन-ए की खुराक
जिलें में बाल स्वास्थ्य पोषण के तहत बच्चों को बीमारी और कमजोरी से बचाने के लिए विटामिन-ए की खुराक पिलाई जा रही है. बच्चों की खाने-पीने की आदतें और परिवेष के कारण कई बार खसरा, निमोनिया, दस्त रोग होने से भी शरीर में विटामिन-ए की कमी हो जाती है. केवल भोजन सामग्री से विटामीन ए की जरूरत के हिसाब से पूरी मात्रा शरीर को प्राप्त नही होती पाती हैं. अतः यह जरूरी हो जाता है कि उन्हे उपर से विटामिन-ए घोल की पूरक खुराक पिलाई जाए.