चित्तौड़गढ़. विश्व विख्यात चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए रेलवे एक बहुत बड़ा सुलभ साधन है. चित्तौड़गढ़ लम्बे समय से जंक्शन के रूप में पहचान रखता है. इसका कारण यह है कि मेवाड़ में यह स्टेशन सेंटर में होकर देश के कई बड़े शहरों में रेलमार्ग है. ऐसे में यहां ट्रेनों की आवाजाही लगी रहती है. वहीं आने वाले समय यहां कई विकास कार्य चल रहे हैं जो अमलीजामा पहनने को हैं.
चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन वैसे तो आता रतलाम रेल मंडल में है लेकिन अजमेर मंडल की सीमा भी नजदीक है. अजमेर से रतलाम वाया चित्तौड़गढ़ और उदयपुर विद्युतिकरण की स्वीकृति केन्द्र सरकार के गत कार्यकाल में हुई थी. इसमें अजमेर मंडल का काम तो पूरा हो चुका है लेकिन रतलाम से चित्तौड़गढ़ के बीच कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. ऐसे में इसी माह के अंत तक यह कार्य पूरा हो जाएगा, जिससे कि यहां बिजली से चलने वाली ट्रेनें चलेगी. इससे ट्रेनों की गति बढ़ेगी तो नई ट्रेनें भी शुरू होगी.
पढ़ेंः जयपुर में वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार, 11 मोटरसाइकिल बरामद
साथ ही चित्तौड़गढ़ से नीमच के बीच दोहरीकरण का कार्य जारी है, जो भी अगले वर्ष तक पूरा हो जाएगा. इसके अलावा चित्तौड़गढ़ स्टेशन पर एस्केलेटर, लिफ्ट, फुटओवर ब्रिज का निर्माण जारी है. इसके साथ ही चित्तौडग़ढ़ स्टेशन के पश्चिम द्वार पर नई विंडो और प्रवेश द्वार का कार्य भी पूरा होने में है. ऐसे में चित्तौड़गढ़ स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का विस्तार होगा. सफाई सहित कई कार्यों को लेकर यह स्टेशन ए श्रेणी के स्टेशनों में शुमार है. साथ ही नई यात्री व्यवस्थाओं का विस्तार होने से यह स्टेशन वल्र्ड क्लास स्टेशनों में शुमार हो जाएगा.