चित्तौड़गढ़. केंद्र सरकार के 3 नए कृषि कानून के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत निंबाहेड़ा में जन आक्रोश रैली और सभा का आयोजन किया गया. सभा में कांग्रसे प्रवक्ता मोहन प्रकाश कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर जुबानी हमला बोला. कहा कि ये पहले कानून हैं जिनको वापस लेने के लिए किसान आंदोलन कर रहे हैं.
कांग्रेस की ओर से जन आक्रोश वाहन रैली निकाली गई. कृषि उपज मंडी में सभा का आयोजन हुआ. प्रदेश के सहकारिता मंत्री और स्थानीय विधायक उदयलाल आंजना और चित्तौड़गढ़ के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत के बाद पूर्व राष्ट्रीय सचिव मोहन प्रकाश ने मौजूद लोगों को संबोधित किया. सैकड़ों लोगों को अपने संबोधन के दौरान मोहन प्रकाश ने कहा कि ये अजूबा कानून हैं. लोग किसी मांग के लिए धरना प्रदर्शन करते हैं, लेकिन केंद्र सरकार के इन कानूनों को वापस लेने की मांग पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
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कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार किसी की भी नहीं सुन रही है. जो किसान मौसम को देखकर अंदाजा लगा लेते हैं कि आज पानी गिरेगा या नहीं उसे प्रधानमंत्री जबरन बता रहे हैं कि कानून फायदेमंद रहेगा. कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी को लेकर जब पूरी दुनिया थमी थी तो उसकी आड़ में सरकार अध्यादेश के जरिए यह कानून लेकर आई.
मोहन प्रकाश ने विस्तार से इन कानूनों से किसानों को होने वाले नुकसान के बारे में बताया और कहा कि यह महज कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए हैं. हम किसानों के लिए ही यह लड़ाई लड़ रहे हैं और पार्टी आंदोलन का समर्थन कर रही है. समय रहते किसानों को इन कानूनों का सच जानकर इन्हें खत्म करवाने के लिए आगे आना होगा. अंत में 2 मिनट का मौन रखकर धरना प्रदर्शन के दौरान मृत किसानों को श्रद्धांजलि दी गई.