चित्तौड़गढ़. आज के डिजिटल युग में मोबाइल हर आम और खास व्यक्ति की जरूरत बन गया है. क्या बच्चे, क्या बड़े सभी मोबाइल फोन प्रयोग कर रहे हैं. इनमें युवा पीढ़ी मोबाइल के संपर्क में सबसे अधिक रहती है. कई युवा तो ऑनलाइन गेम के चक्कर में पड़कर अपने जीवन से ही खिलवाड़ कर रहे हैं. मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलने की उन्हें ऐसी लत लग रही है कि वे मानसिक रूप से वे बीमार होते जा रहे हैं. ऑनलाइन गेम के फेर में कई युवा अपनी जान गंवा चुके हैं तो कुछ बड़े अपराध कर बैठे हैं. दिनरात गेम खेलने से कई युवा अपना दिमागी संतुलन भी खो बैठ रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला चित्तौड़गढ़ जिले के बानसेन में देखने को मिला है. यहां ऑनलाइन गेम का लती एक युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसी हरकत (condition of young man addicted to online games deteriorated) करने लगा है. वह 'हैकर-हैकर' 'पासवर्ड चेंज' आदि बोलते हुए रोड पर भागने लग जा रहा है. नौबत यहां तक आ गई है कि युवक को रस्सी से बांधकर रखना पड़ रहा है. परिजनों ने मामला बिगड़ता देख उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है. मनोचिकित्सक की देखरेख में युवक का उपचार किया जा रहा है. मनोचिकित्सक का कहना है कि देर रात तक मोबाइल पर गेम खेलने और नींद पूरी नहीं होने के कारण ऐसी समस्या हो जाती है.
पढ़ें. ऑनलाइन गेम की लत में नाबालिग ने अपने चचेरे भाई की हत्या की
बिहार से आया था युवक
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले के बानसेन इलाके में रहने वाले इरफान अंसारी को ऑनलाइन मोबाइल गेम खेलने की लत थी. वह पहले बिहार के छपरा में रहता था. कुछ दिन पहले ही परिजनों ने उसे यहां बुला लिया था. परिजनों के मुताबिक इरफान मोबाइल पर घंटों फ्री फायर गेम खेलता रहता था. मोबाइल पर गेम खेलने की उसे ऐसी लत थी कि फोन छीन लेने पर आक्रोशित हो जाता था. गुरुवार रात को भी वह गेम खेल रहा था कि अचानक उसका मोबाइल बंद हो गया. इसके बाद वह गुस्से में मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसी हरकतें करने लगा. वह बार-बार हैकर आया-हैकर आया, पासवर्ड चेंज और आईडी लॉक जैसे शब्द बोलने लगा. उसकी हरकतों से परिजन भी सकते में आ गए और उसे काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन काफी देर तक वह अजीबो-गरीब हरकत करता रहा.
पढ़ें. दोस्त ने PUBG खेलने के लिए फोन नहीं दिया, तो कर दी हत्या, नाबालिग डिटेन
शुक्रवार को वह फिर उदयपुर हाईवे पर वाहन चालकों को रोक कर आईडी हैक करने की बात कहने लगा. इससे उसके दोस्तों ने उसे किसी तरह काबू किया और एक खाट पर रस्सी से बांध दिया. इस सम्बंध में बानसेन ग्राम पंचायत के सरपंच कन्हैयालाल वैष्णव ने बताया कि मोबाइल खराब होने से युवक की मानसिक हालत बिगड़ गई. मोबाइल उसके हाथ में था. उसके बाद भी अन्य लोगों पर आरोप लगा रहा था कि मोबाइल किसी ने चोरी कर लिया.
इस संबंध में श्री सांवलियाजी राजकीय अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. राजेश कुमार स्वामी ने बताया कि बीती रात करीब 12 बजे इस युवक को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. रात को उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था. उन्होंने बताया कि पर्याप्त नींद नहीं लेने के कारण और देर तक मोबाइल देखने के कारण कभी-कभी इस तरह की स्थिति हो जाती है. फिलहाल युवक का उपचार चल रहा है और उसकी हालत में सुधार है.