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Online Satta in Chittorgarh: पुलिस के हत्थे चढ़े 6 सटोरी, पेड़ के नीचे बैठकर खेला रहे थे ऑनलाइन सट्टा, लाखों का हिसाब बरामद

चित्तौड़गढ़ पुलिस ने रविवार को सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई की. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गंगरार थाना क्षेत्र में छापेमारी कर मौके से 6 सटोरियों को ऑनलाइन सट्टा खेलाते गिरफ्तार (Chittorgarh police arrested six bookies) किया.

Online Satta in Chittorgarh
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Published : Apr 23, 2023, 7:17 PM IST

चित्तौड़गढ़. जिले की गंगरार थाना पुलिस ने फर्जी आईडी बनाकर ऑनलाइन सट्टा खेलाने के मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से तीन लैपटॉप, 12 मोबाइल फोन, एक डोंगल और एक लैपटॉप चार्जर जब्त किया गया है. साथ ही मौके से पुलिस को लाखों का हिसाब भी मिला है. पुलिस की ओर से बताया गया कि पकड़े गए सभी आरोपी पेड़ के नीचे खुले में बैठकर ऑनलाइन सट्टा खेला रहे थे. जिसकी सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी कर सभी आरोपियों को दबोच लिया. वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक मध्यप्रदेश और 5 चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं.

जानें पूरा खेल : पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि थानाधिकारी शिवलाल मीणा को मुखबिर से इसकी सूचना मिली थी. उन्हें बताया गया था कि मेड़ी खेड़ा रेलवे फाटक के पास पेड़ के नीचे 5-6 लड़के बैठकर ऑनलाइन सट्टा खेला रहे हैं. इसके बाद पुलिस पूरी तैयारी के साथ मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन समेत अन्य उपकरण जब्त किए गए. वहीं, पता चला है कि ये सभी आरोपी फर्जी आईडी के जरिए सट्टा खेलाने का काम करते थे.

पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि सूचना विश्वसनीय होने पर एसएचओ शिवलाल मीणा के नेतृत्व में एएसआई अमीचंद मीणा, हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह, कांस्टेबल बलवीर, भरत और भैरूलाल मौके पर पहुंचे, जहां एक पेड़ की छांव तले 6 लडके लैपटॉप और मोबाइल से चैटिंग करते देखे गए. वहीं, पुलिस जाप्ते व जीप को देखकर वो वहां से भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी कर सभी को दबोच लिया.

इसे भी पढ़ें - जयपुर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना 'ऑनलाइन सट्टे' का दुबई कनेक्शन

आरोपियों की शिनाख्त पावटिया थाना चंदेरिया निवासी 23 वर्षीय कमलेश पुत्र गोटुलाल जाट, जाट मोहल्ला गोपालनगर (डाबर) थाना भूपालसागर निवासी 19 वर्षीय मुकेश पुत्र बद्रीलाल जटिया, मध्यप्रदेश के सरवानिया महाराज थाना जावद जिला नीमच निवासी 23 वर्षीय राहुल पुत्र लक्ष्मीनारायण पाल गाडरी, बस्सी थाना निवासी 22 वर्षीय अजय पुत्र गोपाल वैष्णव, बस्सी निवासी 24 वर्षीय हेमंत कुमार पुत्र राजेश कुमार पायक और अमरपुरा थाना साडास निवासी 22 वर्षीय विनोद जाट पुत्र मेघाजी जाट के रूप में हुई है.

इधर, गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो लैपटॉप और मोबाइल के जरिए ऑनलाइन सट्टा खेलाते हैं. साथ ये इसके लिए अन्य लोगों की फर्जी आईडी का इस्तेमाल करते हैं. वहीं, लैपटॉप की जांच में ऑनलाइन गेम्स और मोबाइल फोनों में कई वाट्सएप ग्रुप मिले हैं. जिसके जरिए ये लोगों संपर्क साधते थे. वाट्सएप ग्रुपों के नाम polo 2, derosit R426 और polo 2 Withdrawal R426 हैं.

आरोपियों ने आगे बताया कि लैपटॉप में चल रही बेबसाइट मोबाइल में नहीं चलती है और मोबाइल ग्रुप लैपटॉप से कनेक्ट नहीं हैं. REDDY ANNA ग्रुप की मास्टर आईडी से ये लोग क्लाइंट आईडी और पासवर्ड बनाकर ग्राहकों को आईडी पासवर्ड देते थे और इसके लिए चार्ज करते थे. साथ ही ऑनलाइन रुपया जमा कराने पर ये उन क्लाइंटों की आईडी को रिचार्ज किया करते थे.

वहीं, जब्त लैपटॉप के इस्तेमाल पर आरोपियों ने बताया कि लैपटॉप में क्लाइंट के भेजे रुपए को चेक कर रिसीव्ड देने, पेमेंट स्लीप के आधार पर उनका आईडी नाम प्राप्त करने, रुपयों की स्लीप व आईडी के आधार पर क्लाइंट को कॉयन एड करने और पेमेंट प्राप्त होने के संबंध में रुपयों की एंट्री, यूटीआर नंबर आदि का एक्सल एंट्री किया जाता था. जिसे खोलकर देखने पर लाखों के हिसाब मिले हैं. पुलिस ने आरोपियों को धोखाधड़ी, आईटी एक्ट व जुआं अधिनियमन का अपराधी पाया है. ऐसे में उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

चित्तौड़गढ़. जिले की गंगरार थाना पुलिस ने फर्जी आईडी बनाकर ऑनलाइन सट्टा खेलाने के मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से तीन लैपटॉप, 12 मोबाइल फोन, एक डोंगल और एक लैपटॉप चार्जर जब्त किया गया है. साथ ही मौके से पुलिस को लाखों का हिसाब भी मिला है. पुलिस की ओर से बताया गया कि पकड़े गए सभी आरोपी पेड़ के नीचे खुले में बैठकर ऑनलाइन सट्टा खेला रहे थे. जिसकी सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी कर सभी आरोपियों को दबोच लिया. वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक मध्यप्रदेश और 5 चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं.

जानें पूरा खेल : पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि थानाधिकारी शिवलाल मीणा को मुखबिर से इसकी सूचना मिली थी. उन्हें बताया गया था कि मेड़ी खेड़ा रेलवे फाटक के पास पेड़ के नीचे 5-6 लड़के बैठकर ऑनलाइन सट्टा खेला रहे हैं. इसके बाद पुलिस पूरी तैयारी के साथ मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन समेत अन्य उपकरण जब्त किए गए. वहीं, पता चला है कि ये सभी आरोपी फर्जी आईडी के जरिए सट्टा खेलाने का काम करते थे.

पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि सूचना विश्वसनीय होने पर एसएचओ शिवलाल मीणा के नेतृत्व में एएसआई अमीचंद मीणा, हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह, कांस्टेबल बलवीर, भरत और भैरूलाल मौके पर पहुंचे, जहां एक पेड़ की छांव तले 6 लडके लैपटॉप और मोबाइल से चैटिंग करते देखे गए. वहीं, पुलिस जाप्ते व जीप को देखकर वो वहां से भागने लगे. इसके बाद पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी कर सभी को दबोच लिया.

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आरोपियों की शिनाख्त पावटिया थाना चंदेरिया निवासी 23 वर्षीय कमलेश पुत्र गोटुलाल जाट, जाट मोहल्ला गोपालनगर (डाबर) थाना भूपालसागर निवासी 19 वर्षीय मुकेश पुत्र बद्रीलाल जटिया, मध्यप्रदेश के सरवानिया महाराज थाना जावद जिला नीमच निवासी 23 वर्षीय राहुल पुत्र लक्ष्मीनारायण पाल गाडरी, बस्सी थाना निवासी 22 वर्षीय अजय पुत्र गोपाल वैष्णव, बस्सी निवासी 24 वर्षीय हेमंत कुमार पुत्र राजेश कुमार पायक और अमरपुरा थाना साडास निवासी 22 वर्षीय विनोद जाट पुत्र मेघाजी जाट के रूप में हुई है.

इधर, गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो लैपटॉप और मोबाइल के जरिए ऑनलाइन सट्टा खेलाते हैं. साथ ये इसके लिए अन्य लोगों की फर्जी आईडी का इस्तेमाल करते हैं. वहीं, लैपटॉप की जांच में ऑनलाइन गेम्स और मोबाइल फोनों में कई वाट्सएप ग्रुप मिले हैं. जिसके जरिए ये लोगों संपर्क साधते थे. वाट्सएप ग्रुपों के नाम polo 2, derosit R426 और polo 2 Withdrawal R426 हैं.

आरोपियों ने आगे बताया कि लैपटॉप में चल रही बेबसाइट मोबाइल में नहीं चलती है और मोबाइल ग्रुप लैपटॉप से कनेक्ट नहीं हैं. REDDY ANNA ग्रुप की मास्टर आईडी से ये लोग क्लाइंट आईडी और पासवर्ड बनाकर ग्राहकों को आईडी पासवर्ड देते थे और इसके लिए चार्ज करते थे. साथ ही ऑनलाइन रुपया जमा कराने पर ये उन क्लाइंटों की आईडी को रिचार्ज किया करते थे.

वहीं, जब्त लैपटॉप के इस्तेमाल पर आरोपियों ने बताया कि लैपटॉप में क्लाइंट के भेजे रुपए को चेक कर रिसीव्ड देने, पेमेंट स्लीप के आधार पर उनका आईडी नाम प्राप्त करने, रुपयों की स्लीप व आईडी के आधार पर क्लाइंट को कॉयन एड करने और पेमेंट प्राप्त होने के संबंध में रुपयों की एंट्री, यूटीआर नंबर आदि का एक्सल एंट्री किया जाता था. जिसे खोलकर देखने पर लाखों के हिसाब मिले हैं. पुलिस ने आरोपियों को धोखाधड़ी, आईटी एक्ट व जुआं अधिनियमन का अपराधी पाया है. ऐसे में उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

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