चित्तौड़गढ़. कोरोना संक्रमण से जंग लड़ते देश को 1 साल से अधिक समय हो गया है. लेकिन अभी भी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पाया है. जांच रिपोर्टों को लेकर शुरुआत से सवाल उठते आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी की पत्नी का. सांसद की पत्नी ज्योत्सना जोशी पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव आई थी. रविवार को उनकी रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आ गई. जबकि सांसद की पत्नी ने दोबारा टेस्ट करवाया ही नहीं.
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बिना टेस्ट कराये ही रिपोर्ट आने के बाद खुद सांसद सकते में आ गए और उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में संपर्क किया. जिसके बाद चिकित्सा विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं. चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी की पत्नी ज्योत्सना जोशी ने कोरोना जांच के लिए गत 22 अप्रैल को सैम्पल दिया था जिसकी रिपोर्ट 23 अप्रैल को आई थी. जिसमें वो कोरोना संक्रमित थी. इसकी जानकारी चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने ट्वीट करके भी दी थी.
सांसद अपने परिवार के साथ होम आइसोलेशन में चले गये थे. उनकी पत्नी के पॉजिटिव आने का मैसेज 24 अप्रैल को भेजा गया था. वहीं 25 अप्रैल रविवार को पुनः एक मैसेज सांसद को भेजा गया है. इस मैसेज में सांसद की पत्नी की रिपोर्ट को नेगेटिव बताया गया. रविवार को मैसेज मिलते ही एक बारगी तो सांसद खुद ही असमंजस में पड़ गए. बाद में उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क किया. इसमें सामने आया कि विभाग की ओर से रविवार को नेगेटिव रिपोर्ट का मैसेज गलती से भेज दिया गया.
सीएम गहलोत ने किया फोन, स्वास्थ्य की ली जानकारी
सांसद सीपी जोशी के परिवारजन की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिये और परिवार के साथ होम आइसोलेशन में चले गये. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सांसद जोशी को फोन कर परिवार का हाल चाल जाना और जल्द स्वस्थ होने की कामना की.