चित्तौड़गढ़: अपोलो हॉस्पिटल में चिकित्सकों ने देर रात डेट गांव निवासी 35 वर्षीय नाहर सिंह पुत्र दलपत सिंह को मृत घोषित कर दिया (Chittorgarh HZL Acid Tank Blast). पुलिस उपाधीक्षक गंगरार सीताराम ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि नाहर सिंह की उपचार के दौरान मंगलवार रात मौत हो गई. अहमदाबाद में ही पोस्टमार्टम करवाकर परिवार के लोग चित्तौड़गढ़ रवाना हो गए. दोपहर बाद तक उनके चित्तौड़गढ़ पहुंचने की संभावना है.
इस बीच पुलिस ने नाहर सिंह का शव चित्तौड़गढ़ पहुंचने से पहले एहतियातन जिंक प्लांट के बाहर व्यापक पैमाने पर पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक हिंदुस्तान जिंक पुठोली प्लांट हादसे में दो और लोगों की हालत अत्यंत नाजुक बताई गई है, जिन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. इनमें से जिंक के एक अधिकारी प्रवीण झा भी शामिल हैं.
मुआवजे पर फंस सकता है पेंच: सूत्रों के अनुसार नाहर सिंह के मामले में मुआवजा राशि को लेकर पेंच फंसने की आशंका है. हादसे के दिन मौके से दो कंकाल मिले थे जिनकी शिनाख्त दूसरे दिन मैनेजर सुमित कारना और आगरा से आए चालक राजकुमार के तौर पर की गई थी. जिला प्रशासन के निर्देश पर जिंक प्रशासन ने सुमित के परिजनों को 1 करोड़ 25 लाख और चालक राजकुमार के आश्रितों को 45 लाख के मुआवजे पर सहमति बनी. बताया जा रहा है कि सुमित कुमार का 85 लाख रुपए का बीमा था. ऐसे में जिंक की ओर से कुछ खास नहीं किया जा रहा है. ये कोई बड़ी आर्थिक मदद नहीं पहुंचाई जा रही. वहीं, नाहर सिंह की मौत के साथ मामला और गंभीर हो गया. मामले को गंभीर मानते हुए पुलिस प्रशासन ने प्लांट के बाहर भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया है.
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12 अगस्त को हादसा : 12 अगस्त की शाम जिंक प्लांट में एसिड टैंक फटने से दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि 9 अन्य गंभीर रूप से झुलस गए थे. सभी नौ को उदयपुर से अहमदाबाद रेफर कर दिया गया था. मौके से दो लोगों के कंकाल मिले थे, जिनकी दूसरे दिन मैनेजर सुमित कारना और आगरा के चालक राजकुमार के रूप में शिनाख्त हुई थी. फिलहाल पुलिस की पूरी नजर नाहर सिंह के शव लाए जाने के बाद की संभावित स्थितियों पर टिकी हुई है.