चितौड़गढ़. जिला प्रशासन एवं जिला उद्योग विभाग की ओर से एक विशाल 2 दिवसीय उद्यम समागम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें जिले में औद्योगिक संभावनाओं एवं उनके विकास के लिए सामूहिक प्रयास किए जाएंगे. इसमें जिला उद्योग केन्द्र सहित प्रशासन एवं जिले सहित प्रदेश में कार्यरत उद्योगों के संचालक भाग लेकर अपने उद्योगों के लिए नवाचार और नए उद्यमियों के लिए भविष्य की संभावनाओं को साझा करेंगे.
जिला उद्योग महाप्रबंधक राहुल देव सिंह ने बुधवार को कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया, कि आगामी 17 और 18 फरवरी को स्थानीय इन्दिरा प्रियदर्शनी ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाले उद्यम समागम कार्यक्रम में स्टोन कटिंग-पॉलिशिंग, होटल एवं टूरिज्म और एग्रो फूड प्रोसीसिंग ईकाईयों के विकास एवं निवेश, भारत सरकार एवं राज्य सरकार की उद्यमिता और स्वरोजगार के क्षेत्र की योजनाओं के संबंध में अवगत कराया जाएगा.
कार्यक्रम में राज्य सरकार की ओर से राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान में राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2019, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, एमएसएमई (फेलिलिटेशन ऑफ एस्टाब्लिशमेन्ट एण्ड ऑपरेशन) एक्ट 2019, प्रधानमन्त्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है. उक्त कार्यक्रम में पशुपालन विभाग, कृषि और उद्यानिकी विभाग, श्रम विभाग, सहकारिता विभाग, कौशल विकास निगम आदि की स्वरोजगार और उद्यमिता संबंधी योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की जाएगी.
पढ़ें- प्रदेश में अधिकतम तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी, बाड़मेर का तापमान पहुंचा 30 डिग्री तक
2 दिवसीय कार्यक्रमों में निर्यात, स्टार्ट-अप, सौर ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, वित्तीय प्रबंधन विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार वार्ताएं आयोजित की जाएगी. मौके पर ही उद्यमियों के विभिन्न योजनाओं के आवेदन पत्र भराए जायेंगे व प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार कराई जायेगी. औद्योगिक संघो, व्यपारित संघों और सामाजिक संगठनों को आमंत्रित किया गया हैं. विभिन्न तकनीकी संस्थाओं, इंजीनियरिंग कॉलेजो, पॉलिटेक्निक कॉलेजो, आईटीआई के विद्यार्थियों और जिले में स्वरोजगार के आकांक्षी युवा उद्यमी आमंत्रित किए गए हैं.
2 दिवसीय इस कार्यक्रम में किसी भी उद्यम स्थापना से संबंधित सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी जाएगी. जिला कलेक्टर की ओर से चित्तौडग़ढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बिलानाम भूमि का चिन्हींकरण करने के लिए निर्देशित किया है. जिससे विभिन्न उद्योगों की स्थापना हो सके. जिला कलेक्टर की पहल पर ही एग्रो और फूड प्रोसेसिंग विषय को भी शामिल किया गया है.
पढ़ें- विधानसभा में गूंजा बाल श्रम और मानव तस्करी का मामला, श्रम मंत्री ने जताई यह मजबूरी!
महाप्रबंधक राहुल देव सिंह ने बताया, कि कार्यक्रम के दौरान निर्यात कार्यशाला, सौर ऊर्जा पर कार्यशाला, ऊर्जा दक्षिता सहित राजस्थान एवं केन्द्र सरकार की उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई नीतियों को लोगों तक पहुंचाया जाएगा. साथ ही मौके पर ही नए उद्योग के लिए आवेदन करने सहित उन उद्योगों का प्रस्तुतिकरण (प्रोजेक्ट रिपोर्ट) भी बनवाई जाएगी, ताकि नए उद्यमियों को सम्पूर्ण जानकारी मिल सके. साथ ही योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अन्य विभागों से भी आंतरिक समन्वय बनाकर उद्योग बनाने के लिए सुगमता प्रदान की जाएगी.