चित्तौड़गढ़. बेगूं कस्बे में एक युवती ने आत्महत्या कर ली. इस मामले में मृतका के परिजनों ने पहले पुलिस को पेट दर्द से मौत होने की सूचना दी, लेकिन बाद में रिपोर्ट में बदलाव करते हुए शनिवार सुबह प्रेमी सहित 4 लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुभाषचन्द्र मिश्रा ने बताया कि बेगूं निवासी 23 वर्षीय हर्षिता पुत्री बाबूलाल सोनी को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय रेफर किया गया. जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. सूचना पर थानाधिकारी भगवान लाल मेघवाल और एएसआई हंसराज मौके पर पहुंचे और पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया. एफआईआर दर्ज की मांग को लेकर परिजन थाने में ही डटे रहे. थाने में ही सामूहिक भोजन किया. पुलिस का कहना था कि पहले परिजनों ने पेट दर्द से मौत होना बताया और बाद में ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज कराने आए थे. हालांकि पुलिस ने शनिवार सुबह 4 लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया.
जानकारी के अनुसार मृतका हर्षिता एमसीए कर रही थी और दो बहनों व एक भाई में सबसे बड़ी थी. युवती के परिजनों ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी सगाई पहले चित्तौड़गढ़ में तय हुई थी, लेकिन प्रेमी ने उसे भी अपने लव अफेयर की सूचना दे दी, जिसके कारण रिश्ता टूट गया. वहीं 8 जून को हर्षिता अपनी बहन और भीलवाड़ा के मंगेतर के साथ उदयपुर घूमने गई तो युवक अपने साथियों के साथ वहां भी जा धमका और सेलिब्रेशन मॉल में युवती के मंगेतर को अपने लव अफेयर के बारे में बताते हुए शादी करने की बात कही. बाद में मंगेतर उसे बेगूं छोड़कर चला गया था.
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पालिका उपाध्यक्ष और पार्षद भी आरोपीः पुलिस के अनुसार मृतका के पिता ने अपनी रिपोर्ट में बेगूं निवासी अखिल जैन छाबड़ा पुत्र राजकुमार जैन के विरूद्ध आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कराया. वहीं उसके साथ पालिका उपाध्यक्ष प्रिंस बाबेल, पार्षद अर्पित सनाढ्य और मोनू पोखरना को भी आरोपी बनाया गया है. हर्षिता की मौत के बाद युवती के परिजन और समाज के लोग एफआईआर दर्ज करने व निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर थाने में ही जम गए.