चित्तौड़गढ़. रसद विभाग की टीम ने शुक्रवार शाम को चित्तौड़गढ़-उदयपुर मार्ग पर बड़ी कार्रवाई की. टीम ने नेशनल हाईवे स्थित एक ढाबे से कार्रवाई के दौरान करीब 15 प्लास्टिक ड्रम जब्त किए, जिनमें पेट्रोलियम पदार्थ भरे थे. वहीं, मौके से टीम ने कई उपकरण भी बरामद किए हैं. जिला रसद अधिकारी सुनील कुमार घोड़ेला ने बताया कि शुक्रवार को गश्त के दौरान ढाबे पर टैंकर खड़ा था. ये टैंकर चित्तौड़गढ़ डिपो से पेट्रोलियम पदार्थ लेकर निकला था. रास्ते में चित्तौड़गढ़-उदयपुर नेशनल हाईवे पर एक ढाबे पर तेल निकालते देखकर टीम के सदस्य व प्रवर्तन अधिकारी हितेश कुमार जोशी, सुमन तिवारी और पिंकी स्वर्णकार मौके पहुंचे. जिन्होंने पर्चा बनाकर कार्रवाई की.
इस दौरान अलग-अलग सैंपल लिए गए. जिसमें टैंकर चालक तुलसीराम और खलासी भेरूलाल को मौके पर पाया गया. बताया गया कि चित्तौड़गढ़ इंडियन ऑयल डिपो से 12000 लीटर पेट्रोलियम पदार्थ लेकर ये लोग गिर्वा, उदयपुर जा रहे थे. लेकिन चालक तुलसीराम और खलासी रास्ते में ढाबे पर टैंकर को रोककर पेट्रोलियम पदार्थ निकाल रहे थे, जिसे जब्त कर लिया गया है. वहीं, बताया गया कि ढाबे को कमलेश नाम के शख्स के पिता उदयलाल आचार्य निवासी भादसोड़ा ने किराए पर ले रखा है, जहां लंबे समय से अवैध पेट्रोलियम पदार्थ का कारोबार चल रहा है. इस मामले की जानकारी लंबे समय से रसद विभाग के आला अधिकारियों को भी थी. इधर, शुक्रवार को रसद विभाग की कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में खलबली मची गई. जिला रसद अधिकारी ने बताया कि कमलेश पिता उदयलाल आचार्य के खिलाफ अवैध कारोबार करने पर कार्रवाई की जा रही है.
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गौरतलब है कि तत्कालीन जिला रसद अधिकारी विनय कुमार शर्मा पर अवैध कारोबार करने वाले लोगों ने हमला कर दिया था. इसके बाद से रसद विभाग के कार्मिक भी कार्रवाई करने से कतरा रहे थे, लेकिन शुक्रवार को विभाग ने हिम्मत दिखाते हुए अचानक कार्रवाई की और मौके से पेट्रोलियम पदार्थ जब्त किया गया. जिला रसद अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जिला कलेक्टर को सूचित कर दिया गया है और उनके आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.