चित्तौड़गढ़. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर सोमवार को चित्तौड़गढ़ पहुंचे. यहां उन्होंने इंदिरा गांधी स्टेडियम में इंडोर स्टेडियम का शिलान्यास किया. साथ ही सांसद खेल महाकुंभ की शुरुआत की. इस दौरान सांसद सीपी जोशी ने भारत सरकार की (Anurag Thakur inaugurated MP Khel Mahakumbh) ओर से कराए गए विकास कार्यों का लेखा-जोखा पेश किया. वहीं, इंडोर स्टेडियम के शिलान्यास व खेल महाकुंभ के उद्घाटन के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने समारोह को संबोधित किया. उन्होंने चित्तौड़गढ़ की धरा को भारत के इतिहास की सबसे पवित्र धरा करार दिया. उन्होंने कहा कि चित्तौड़गढ़ त्याग और तपस्या की धरती है, जहां हजारों वीरांगनाओं ने अपने सम्मान की रक्षा के लिए धधकती अग्नि में जोहर कर लिया.
यहां के वीर योद्धाओं ने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए. आज भी युवा पीढ़ी के लिए महाराणा प्रताप प्रेरणा हैं. यही वजह है कि जब भी मौका मिलता है वे यहां आने से चूकते नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने सांसद सीपी जोशी को चुनाव में चुनने के लिए (Our government increased sports budget) चित्तौड़गढ़ की जनता को धन्यवाद दिया. मंत्री ने कहा कि इनमें मेवाड़ की संस्कृति झलकती है. सांसद जोशी यहां की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं. जिन्होंने पिछली बार उनसे वॉलीबॉल इंडोर स्टेडियम की मांग की थी, जिसे तत्काल मंजूरी दे दी गई.
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आगे उन्होंने मोदी सरकार की खेल नीतियों का ब्योरा देते हुए कहा कि साल 2014 से पहले तत्कालीन सरकार का 864 करोड़ रुपए खेल बजट था, जिसे मोदी सरकार ने 3000 करोड़ कर दिया. हमारे जो खिलाड़ी जो देश के लिए मेडल जीत सकते हैं, उन्हें उच्च कोटि की व्यवस्था देने की हमने (Union Minister Anurag Thakur in Chittorgarh) शुरुआत की. वहीं, जो विश्व स्तर पर मेडल जीत सकते हैं उनके लिए खास तौर पर टारगेट ओलंपिक PODIUM स्कीम तैयार की गई. जिसके अंतर्गत खिलाड़ियों के रहने खाने और देश-विदेश के पूरे खर्चे का वाहन केंद्र सरकार करती है.
खेलो इंडिया स्कीम के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि योजना के अंतर्गत 3000 चयनित खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के लिए सरकारी और गैर सरकारी एकेडमी का खर्चा दिया जाता है. ऐसे खिलाड़ियों को प्रतिमाह 10000 रुपए अलग से दिए जाते हैं. इसके अलावा देश में 1000 खेलो इंडिया सेंटर खोल रहे हैं जिनमें से 750 खोल दिए गए हैं. जबकि शेष सेंटरों को आगामी 15 अगस्त तक खोलने का लक्ष्य है. वहीं, उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए पूर्व खिलाड़ी को 500000 मिलता है और उसे संचालित करने के लिए 500000 अलग से दिए जाते हैं. जिसका मुख्य उद्देश्य पूर्व खिलाड़ी को रोजगार मुहैया कराना है.