चित्तौड़गढ़. ऑल इण्डिया कांग्रेस कमेटी के सचिव और प्रदेश सह संगठन प्रभारी वीरेन्द्र सिंह राठौड़ विभिन्न जिलों की संगठनात्मक समीक्षा के बाद शनिवार को चित्तौड़गढ़ पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि बुजुर्ग कांग्रेस नेताओं के टिकट पर फैसला पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी करेगी.
धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत के नेतृत्व में नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा, प्रमोद सिसोदिया, करणसिंह सांखला आदि ने उनका अभिनंदन किया. पार्टी पदाधिकारियों के साथ संगठन की समीक्षा बैठक से पूर्व राठौड़ ने मीडिया से मुखातिब हुए कहा कि उदयपुर अधिवेशन के निर्णय के अनुसार संगठन के पुनर्गठन और विस्तार का काम लगभग पूरा हो चुका है. मैंने 14 जिलों में से पाली, उदयपुर सहित 10 जिलों का दौरा कर कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर संगठनात्मक समीक्षा की. रुट लेवल से संगठन को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से अब तक 95 प्रतिशत ब्लॉक कार्यकारिणी का गठन का काम हो चुका है. 2 से 3 प्रतिशत कार्यकारिणियों में बदलाव की आवश्यकता है, जो अगले 15 दिन मेें कर लिया जाएगा.
चित्तौड़गढ़ जिलाध्यक्ष की नियुक्ति पर प्रदेश सह संगठन प्रभारी राठौड़ ने कहा कि शीघ्र ही जिला अध्यक्ष का ऐलान होगा. आगामी चुनावों में बुजुर्गों के टिकट काटे जाने के सवाल पर कहा कि यह महज मीडिया की उपज है. अब तक इस बारे में कोई फैसला नहीं हुआ है. पार्टी में इसका पूरा प्रोसेस है. चुनाव से पहले पार्टी द्वारा स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया जाता है. उक्त कमेटी ही दावेदारी के नियम कायदे और क्राइट एरिया तय करती है. मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी टिकट वितरण सम्बंधी अपने प्रस्ताव कमेटी के समक्ष पेश करते हैं. जब कमेटी का गठन ही नहीं हुआ है, तो इन बातों का कोई मतलब नहीं रह जाता.
गहलोत और पायलट के खींचतान पर कहा कि परिवार में छोटा बड़ा मतभेद हो सकता है, लेकिन अब यह मसला निपट चुका है. पार्टी नेता राहुल गांधी और अध्यक्ष ने दोनों को एक साथ बैठक करवाकर मामले को सुलझा लिया गया है. हमारे नेता वेणुगोलन कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री गहलोत काफी अनुभवी हैं, तो पायलट ऊर्जावान नेता हैं. दोनों के बीच तालमेल बैठाकर प्रदेश में फिर से सरकार बनाएंगे.
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राठौड़ ने दावा किया कि अब तक हर चुनाव में सरकार बदलने का ट्रैंड रहा है, लेकिन इस बार प्रदेश में जैसा वातावरण दिख रहा है, निश्चित ही यह सिलसिला टूटने वाला है. गैस सिलेण्डर सब्सिडी का मसला हो या बिजली और स्वास्थ्य सम्बंधी योजनाएं, जनता के जीवन में एक अहम बदलाव आया है. इनके बूते प्रदेश में पार्टी अपनी सरकार बनाने में कामयाब रहेगी. उन्होंने भाजपा से पूछा कि आखिरकार भाजपा अपने शासित राज्यों में इस प्रकार की योजनाएं क्यों नहीं लाती, जिससे महंगाई से परेशान जनता को राहत मिल सके. इस मौके पर महावीर सिंह डेलवास, विक्रम जाट, डेयरी चौयरमैन बद्रीलाल जाट जगपुरा आदि बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे.