चित्तौड़गढ़. 2 क्विंटल से अधिक की अफीम तस्करी के मामले में गिरफ्तार तस्कर को करीब एक महीने बाद फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है. तस्कर जिला चिकित्सालय से फरार हो गया था. कोटा, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर नारकोटिक्स की संयुक्त टीम ने तस्कर को गिरफ्तार किया है. फरार होने के बाद तस्कर कहां रुका और किससे मिला, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है.
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बताया जा रहा है कि करीब एक महीने पहले नारकोटिक्स विभाग ने अफीम तस्करी की रोकथाम को लेकर बड़ी कार्रवाई की थी. मुखबिर की सूचना पर बस्सी टोल नाके से कार की तलाशी लेकर 206 किलो अफीम पकड़ी थी. मामले में तस्कर लाभचंद्र धाकड़ को बेगूं के गिरफ्तार किया गया था.
इसके बाद लाभचंद्र धाकड़ को 2 जून के दिन न्यायालय के आदेश से कोविड -19 की जांच के लिए सैंपल देने के बाद श्री सांवलियाजी राजकीय सामान्य चिकित्सालय के कोविड आइसोलेशन वार्ड में पहुंचाया गया था. कोविड -19 की जांच का परिणाम आने का इंतजार किया जा रहा था. इसी दौरान लाभचन्द मौके का फायदा उठा कर आइसोलेशन वार्ड से 3 जून की सुबह हथकड़ी निकालकर फरार हो गया था. ऐसे में नारकोटिक्स की टीम इसकी तलाश में जुटी हुई थी.
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मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए लाभचन्द को नारकोटिक्स की टीम ने गुरुवार को नेशनल हाइवे-27 पर स्थित एक रिसोर्ट के सामने से गिरफ्तार किया. इसे गिरफ्तार करने के लिए कोटा, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर नारकोटिक्स की संयुक्त टीम का गठन किया गया था.