चित्तौड़गढ़. जिले की कोतवाली पुलिस बबलू हत्याकांड का खुलासा करने में कामयाब रही. महज 30 घंटे में पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी मृतक का रिश्तेदार के साथ-साथ दोस्त था. मृतक द्वारा उधारी की रकम नहीं चुका पाने पर उसकी पत्नी को उसके साथ भेजने की बात कही थी. इससे वह अपना आपा खो बैठा और मौके पर ही सिर पर पत्थर मार कर उसे मौत के घाट उतार दिया.
पुलिस आरोपी दीपक उर्फ कालू को साथ चित्तौड़गढ़ ले आई. बता दें कि भीलवाड़ा रोड स्थित पद्मिनी होटल के सामने स्थित खाली भूखंड पर अज्ञात व्यक्ति की अर्धनग्न हालत में लाश पाए जाने की सूचना पर कोतवाली थाना प्रभारी तुलसीराम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची. मौके पर खींचने और उनके मिशन पाए जाने पर एफएसएल टीम के साथ डॉग स्क्वायड मौके पर बुलाई गई. लाश के शरीर पर हमले के दौरान संघर्ष के भी निशान पाए गए. उसके सिर पर भी बड़ा घाव था. इस आधार पर शाम तक पुलिस को मृतक की शिनाख्त पुठोली निवासी 25 वर्षीय बबलू उर्फ गोपाल सिंह परिहार के तौर पर की गई. मूलत रतलाम मध्य प्रदेश का रहने वाला बबलू उर्फ गोपाल सिंह चंदेरिया सीमेंट फैक्ट्री में ठेकेदार के पास काम कर रहा था.
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पत्नी से अवैध संबंधों से था आहत...
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह के निर्देशन में प्रशिक्षु आरपीएस अमित सिंह राजेश और कोतवाली थाना प्रभारी तुलसीराम की पड़ताल में सामने आया कि मृतक के साथ अंतिम समय दीपक को दिखा गया था और वह कभी कबार साथ बैठकर शराब भी पीते थे. बबलू अपने दोस्त कालू से 7000 मांगता था. 12 दिसंबर को दोनों ही साथ थे और साथ बैठकर शराब पी और एक होटल के सामने खाली भूखंड पर चले गए. यहां शराब के नशे में बबलू ने दीपक से साढ़े 7000 के कर्ज का तकाजा किया, तो दीपक ने इंकार कर दिया. जिस पर बबलू ने उधारी नहीं चुकाने के बदले उसकी पत्नी को 5 से 7 बार अपने पास भेजने की बात कही. जिसके बाद दीपक को गुस्सा आ गया और उसने बड़ा पत्थर उसके सिर पर दे मारा. बाद में उसने गला दबाकर उसे मार डाला.