चित्तौड़गढ़. जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में पिछले 24 घंटे के दौरान 5 लोगों की मौत से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. क्योंकि यह लोग आइसोलेशन वार्ड में थे. ऐसे में मौत का कारण कोरोना मानते हुए तरह-तरह की चर्चा चल पड़ी. इस प्रकार की अफवाहों की रोकथाम के लिए आज जिला प्रशासन के मार्फत प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश वैष्णव ने स्पष्टीकरण जारी किया.
स्पष्टीकरण में डॉ. वैष्णव ने दावा किया कि वार्ड में जिन 5 लोगों की मौत हुई है उसकी वजह कोरोना नहीं है. इसके लिए अलग-अलग बीमारियां जिम्मेदार है और यह लोग काफी समय से अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे. डॉ वैष्णव ने एक एक व्यक्ति की मौत का कारण स्पष्ट करते हुए कहा कि बस्सी क्षेत्र के गीत 25 वर्षीय मरीज की मौत हुई उसे सांचौर बुखार की तकलीफ थी. महज 1 घंटे बाद ही उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. मोतीपुरा रोड जलोदा निंबाहेड़ा निवासी 23 वर्षीय एक व्यक्ति को आज ही एसडीएस निंबाहेड़ा से रेफर किया गया और उसे सांस की तकलीफ थी.
रोलिया गांव के 56 वर्षीय व्यक्ति को सुबह 5 बजे लाया गया और कुछ समय बाद ही उसकी मौत हो गई. उसे बुखार और खांसी की शिकायत थी वही गोपालपुरा बेगू निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति को 15 अप्रैल को सांस की तकलीफ के बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया जहां 16 अप्रैल को सैंपल लिया गया किंतु रिपोर्ट कंफर्म नहीं आई और 17 अप्रैल को सीने में दर्द की शिकायत के बाद उसकी मौत हो गई.
डॉक्टर वैष्णव के अनुसार निंबाड़ा निवासी 50 वर्षीय महिला को आज सुबह हॉस्पिटल लाया गया, उसे सांस की तकलीफ थी और गंभीर हालत में उसका उपचार शुरू किया गया. पीएमओ ने दावा किया कि सभी मरीज कंफर्म कवि पॉजिटिव नहीं थे फिर भी एहतियात के तौर पर उनके परिजनों से सहमति लेने के बाद उनका दाह संस्कार के लिए कहा गया और संबंधित ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी को कांटेक्ट सर्वे सैंपलिंग के लिए निर्देश दिए गए.