जयपुर. राजस्थान के सबसे बड़े हॉस्पिटल SMS में डॉक्टर की मरीज के साथ मारपीट के मामले पर राज्य मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने SMS अस्पताल के अधीक्षक से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने अधीक्षक को 25 जून तक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.
राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश टाटिया ने मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे डॉक्टर की मरीज के साथ की जा रही मारपीट की वीडियो पर संज्ञान लेते हुए कहा की एसएमएस जयपुर में एक वार्ड में चिकित्सक ने एक व्यक्ति को अस्पताल के पलंग पर मारता हूं दिखाया गया है. उक्त व्यक्ति अस्पताल में भर्ती रोगी होना बताया जा रहा है.
वीडियो में अस्पताल के अन्य चिकित्सककर्मी साथ ही अन्य पलंग पर अनेकों रोगी भी दिखाई जा रहे हैं. अस्पताल में इस वार्ड के अनेक दर्शक भी खड़े हैं. जिसमें महिलाएं भी खड़ी है. वीडियो में दर्शाया की घटना से निश्चित रूप से अन्य रोगी आतंकित हुए होंगे. यह समझ से परे की चिकित्सक द्वारा काफी समय तक मारपीट करते समय अन्य अस्पताल कर्मियों चिकित्सक समय पर मारपीट करने वाले चिकित्सक को किन कारणों से नहीं रोक पाए.
घटना के वीडियो में संपूर्ण परिस्थितियां रिकॉर्ड नहीं की गई है. परंतु प्रथम दृष्टया चिकित्सक स्वयं द्वारा अस्पताल के अंदर किसी रोगी को अन्य भर्ती रोगियों के सामने पीटना एक गंभीर अपराध है अतः इस पूरे मामले पर अधीक्षक सवाई मानसिंह चिकित्सालय, जयपुर को इस आदेश की प्रति से प्रतिबद्ध किया जाता है कि जयपुर की इस घटना से संबंधित तमाम तथ्य आयोग के समक्ष प्रस्तुत करें.
साथ ही यह भी स्पष्ट करें कि यह घटना कब वह किन परिस्थितियों में हुई. अस्पताल, चिकित्सा विभाग द्वारा इस पर कोई प्रशासनिक कार्रवाई अथवा जांच की गई या नहीं. इस घटना के संबंध में पुलिस में कोई रिपोर्ट दर्ज कराई गई अथवा नहीं. अस्पताल प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग द्वारा यदि जांच कराई गई तो जांच रिपोर्ट और उस पर की गई कार्रवाई पुलिस कार्रवाही में की गई.पूरी जानकारी आयोग के समक्ष तत्काल उपलब्ध कराएं. यह रिपोर्ट 25 जून तक पेश करनी होगी.