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बिन पानी सब सून : इस गांव में पोखर भी सूख गए...अब उनमें बनीं छोटी-छोटी कुइयों के सहारे मुश्किल में कट रही है जिंदगी

राजस्थान में फिलहाल मानसून की बारिश ने कई शहरों मे दस्तक दे दी है. कई जगहों पर शुरूआती दौर में अच्छी बारिश हो रही है. लेकिन अभी भी कई ऐसे शहर और कस्बे हैं जहां पर पानी मानों ना के बराबर हो. ऐसा ही एक गांव भरतपुर के नगर कस्बे में हैं. यहां पर लोग को प्यास बुझाने के लिए कीचड़ युक्त पानी पीने को मजबूर होना पड़ता है. जब इंसानों की हालत इतने बुरे हैं तो पशुओं की हालत क्या होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.

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Published : Jun 26, 2019, 5:04 PM IST

इस गांव में पोखर भी सूख गए...अब उनमें बनीं छोटी-छोटी कुइयों के सहारे मुश्किल में कट रही है जिंदगी

भरतपुर. नगर पंचायत समिति क्षेत्र में एक गांव ऐसा भी है जहां लोगों को कीचड़ युक्त पानी पीकर अपनी प्यास बुझाने पर मजबूर होने पड़ रहा है. वहीं पशुओं के लिए भी पानी नसीब नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं. बूंद-बूंद पानी के लिए तपती दोपहरी में ग्रामीण दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो रहे है. यहां गांव के लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकने के साथ ही कीचड़ जैसा गंदा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

पोखर में बनाए छोटे-छोटे कुएं
नगर पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत गंगावक के गांव रविदास पुरा में लोगों ने गांव की पोखर में छोट-छोटे कुएं बनाकर पीने के पानी का इंतजाम कर रखा है लेकिन इन कुओं से एक मटका पानी भरने में लगभग एक घंटे से भी अधिक समय लग जाता है. महिलाओ को पानी लाने के लिए रात भर जागना पड़ता है.

छानकर पीना पड़ता है पानी
रविदासपुरा के लोगों को कुएं से पानी निकालने के बाद उसको छानकर पीने के साथ ही नहाने धोने के लिए भी छान कर ही काम में लेना पड़ रहा है. यहां के लोगों के सामने पशुओं के पानी के लिए भी संकट बना हुआ है.

इस गांव में पोखर भी सूख गए...अब उनमें बनीं छोटी-छोटी कुइयों के सहारे मुश्किल में कट रही है जिंदगी

सरकारी इंतजाम नदारद
रविदास पुरा में एक हजार लोगों की आबादी होने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से पानी के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए. हालांकि राज्य सरकार द्वारा गांव में एक आरओ प्लांट लगाया लेकिन यह आरओ प्लांट अधिकांश समय खराब ही रहता है. आरओ प्लांट पर कार्यरत कर्मचारी को करीब आठ महीने से वेतन नहीं मिलने से रोजी रोटी का संकट बना हुआ है.

विधायक से जनसुनवाई में भी ग्रामीणों ने की शिकायत
नगर कस्बे के डांक बंगला पर विधायक वाजिब अली ने के जनसुनवाई के दौरान रविदासपुरा के ग्रामीणों ने गांव में पेयजल किल्लत की शिकायत करते हुए कहा कि जलदाय विभाग की ओर से कोई पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है और ना ही प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था की है, ऐसे में ग्रामीणों को पोखर में कुइया खोदकर के गन्दा पानी पीना पड़ रहा है.

भरतपुर. नगर पंचायत समिति क्षेत्र में एक गांव ऐसा भी है जहां लोगों को कीचड़ युक्त पानी पीकर अपनी प्यास बुझाने पर मजबूर होने पड़ रहा है. वहीं पशुओं के लिए भी पानी नसीब नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं. बूंद-बूंद पानी के लिए तपती दोपहरी में ग्रामीण दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो रहे है. यहां गांव के लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकने के साथ ही कीचड़ जैसा गंदा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

पोखर में बनाए छोटे-छोटे कुएं
नगर पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत गंगावक के गांव रविदास पुरा में लोगों ने गांव की पोखर में छोट-छोटे कुएं बनाकर पीने के पानी का इंतजाम कर रखा है लेकिन इन कुओं से एक मटका पानी भरने में लगभग एक घंटे से भी अधिक समय लग जाता है. महिलाओ को पानी लाने के लिए रात भर जागना पड़ता है.

छानकर पीना पड़ता है पानी
रविदासपुरा के लोगों को कुएं से पानी निकालने के बाद उसको छानकर पीने के साथ ही नहाने धोने के लिए भी छान कर ही काम में लेना पड़ रहा है. यहां के लोगों के सामने पशुओं के पानी के लिए भी संकट बना हुआ है.

इस गांव में पोखर भी सूख गए...अब उनमें बनीं छोटी-छोटी कुइयों के सहारे मुश्किल में कट रही है जिंदगी

सरकारी इंतजाम नदारद
रविदास पुरा में एक हजार लोगों की आबादी होने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से पानी के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए. हालांकि राज्य सरकार द्वारा गांव में एक आरओ प्लांट लगाया लेकिन यह आरओ प्लांट अधिकांश समय खराब ही रहता है. आरओ प्लांट पर कार्यरत कर्मचारी को करीब आठ महीने से वेतन नहीं मिलने से रोजी रोटी का संकट बना हुआ है.

विधायक से जनसुनवाई में भी ग्रामीणों ने की शिकायत
नगर कस्बे के डांक बंगला पर विधायक वाजिब अली ने के जनसुनवाई के दौरान रविदासपुरा के ग्रामीणों ने गांव में पेयजल किल्लत की शिकायत करते हुए कहा कि जलदाय विभाग की ओर से कोई पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है और ना ही प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था की है, ऐसे में ग्रामीणों को पोखर में कुइया खोदकर के गन्दा पानी पीना पड़ रहा है.

Intro:नगर(भरतपुर):नगर पंचायत समिति क्षेत्र में एक गांव ऐसा भी है जहां लोगों को कीचड़ युक्त पानी पीकर अपनी प्यास बुझाने पर मजबूर होने पड़ रहा है,वही पशुओ के लिए भी पानी नसीब नही होने से ग्रामीण परेशान है,बून्द-बून्द पानी के लिए तपती दोपहरी में ग्रामीण दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो रहे है,यहां गांव के लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकने के साथ ही कीचड़ जैसा गन्दा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं नगर पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत गंगावक के गांव रविदास पुरा की यहां लोगों ने गांव की पोखर में छोट छोटे कुए बनाकर पीने का पानी का इंतजाम कर रखा है। लेकिन इन कुओं से एक मटका पानी भरने में लगभग एक घंटे से भी अधिक समय लग जाता है।महिलाओ को पानी लाने के लिए रात भर जागना पड़ता है।

*करीब एक हजार की आबादी लेकिन सरकार की ओर से नहीं है कोई इंतजाम*
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रविदास पुरा में एक हजार लोगों की आबादी होने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से पानी के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए। हालांकि राज्य सरकार द्वारा गांव में एक आरो प्लांट लगाया लेकिन यह आरो प्लांट अधिकांश समय खराब ही रहता है। आरो प्लांट पर कार्यरत कर्मचारी को करीब आठ माह से वेतन नहीं मिलने से रोजी रोटी का संकट बना हुआ है

*ग्रामीणों ने कुइया में बना रखी है करीब 17 छोटी छोटी कुईया*
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गांव के लोगों ने मिलकर गांव की पोखर में करीब छोटी-छोटी 17 कच्चे हुए बना रखे हैं जिन की गहराई करीब 6 से 7 फुट है जिनमें पानी करीब एक हाथ के दरमियान ही बताया जा रहा है यहां के लोग छोटी-छोटी प्लास्टिक की बोतलों से पानी निकालते हैं,पानी खत्म होने के बाद अगले दिन का इंतजार भी करना पड़ता है।

*छानकर पीना पड़ता है पानी*
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रविदासपुरा के लोगों को कुए से पानी निकालने के बाद उसको छानकर पीने के साथ ही नहाने धोने के लिए भी ध्यान कर ही काम में लेना पड़ रहा है यहां के लोगों के सामने पशुओं के पानी के लिए भी संकट बना हुआ है।

*विधायक ने की जनसुनवाई में भी ग्रामीणों ने की शिकायत*
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नगर कस्बे के डांक बंगला पर विधायक वाजिब अली ने की जनसुनवाई के दौरान रविदासपुरा के ग्रामीणों ने गांव में पेयजल किल्लत की शिकायत करते हुए कहा कि जलदाय विभाग की ओर से कोई पानी की सुविधा उपलब्ध नही है और नही प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था की है,ऐसे में ग्रामीणों को पोखर में कुइया खोदकर के गन्दा पानी पीना पड़ रहा है।


बाईट 1-विमला ग्रामीण
बाईट 2-विमला ग्रामीण
बाईट 3- बिजली ग्रामीण

Body:पोखर में बनी कुइया से कीचड़ युक्त पानी पीने को मजबूर है ग्रामीणConclusion:
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