अजमेर. जिले के बजरंगगढ़ स्थित बारादरी जाने के लिए प्रवेश द्वार को 1 मई को बंद कर दिया गया है. प्रशासन के इसी निर्णय के खिलाफ स्थानीय दुकानदारों और विश्व हिंदू परिषद बुधवार को बजरंगगढ़ पर धरने पर बैठ गए है.
दरअसल, 1 मई से बारादरी द्वार बंद करने और टिकट व्यवस्था चालू की गई थी. जिसको लेकर विश्व हिंदू परिषद बारादरी के लोग बंद द्वार के बाहर धरना देकर बैठ गए हैं. दुकानदार और विश्व हिंदू परिषद ने पुरातत्व विभाग को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है कि बंद द्वार को फिर से खोला जाए या फिर पर्यटकों को बंद द्वार से EXIT किया जाए.दुकानदारों की माने तो द्वार बंद करने के चलते आवाजाही बंद होने से वहां पर स्थित लगभग 50 दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है.
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एडवोकेट राजीव भारद्वाज बगरू ने जानकारी देते हुए बताया कि पुरातत्व विभाग ने बारादरी के रामप्रसाद घाट से प्रवेश शुरू कर वहीं से टिकट व्यवस्था को शुरू कर दिया है. जिसके चलते अब पर्यटक को घूम कर बारादरी में आना पड़ रहा है.
विहिप के जिला मंत्री लेखराज सिंह राठौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि अनेक पर्यटक देशभर से यहां आते हैं लेकिन पुरातत्व विभाग ने इस प्रवेश द्वार को पिछले 28 दिन से बंद कर रखा है. बजरंगगढ़ धरने में बैठे दुकानदारों का कहना है कि पुरातत्व विभाग की हठधर्मिता के आगे हमें मजबूर होना पड़ रहा है. विभाग भले ही टिकट व्यवस्था को चालू रखें लेकिन बजरंगगढ़ स्थित बारादरी जिस दरवाजे को बंद किया गया है उसे फिर से खोला जाए. जिससे दुकानदारों की रोजी- रोटी चल सके. इसके साथ ही बजरंगगढ़ और माता के मंदिर में आने वाले पर्यटकों को भी परेशानी का सामना ना उठाना पड़ रहा है.