कोटा. प्रदेश के स्वायत्त शासन और नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल तीन दिवसीय कोटा दौरे पर हैं. वह इस दौरान कोटा में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे. प्रदेश में स्कूली शिक्षा के तहत पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर राजनीति चल रही है. इसी दौरान मीडिया से बातचीत में मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि इसकी शुरुआत भारतीय जनता पार्टी ने की थी. अब भारतीय जनता पार्टी को दिक्कत क्यों हो रही है. वह इसका विरोध क्यों कर रहे हैं.
धारीवाल ने कहा कि सबसे पहले भाजपा ने पाठ्यक्रममें बदलाव की शुरुआत की थी. अब उन्हें दिक्कत क्या आ रही है. अगर इतिहास के माफिक पाठ्यक्रम में छोटा-मोटा बदलाव हो रहा है, तो उन्हें क्या परेशानी हो रही है. पहले तो कांग्रेस के टाइम पर कोई बदलाव नहीं हुआ, उसके बाद भैरोंसिंह शेखावत की सरकार आई. उस सरकार ने भी कोई बदलाव नहीं किया. यह पिछली भाजपा के शासनकाल में ही ऐसा हुआ है. इसके बारे में भाजपा वालों को सोचना चाहिए.
हालांकि मंत्री शांति धारीवाल भले ही पाठ्य पुस्तकों में बदलाव को लेकर अपनी पार्टी लाइन पर चलते हुए शिक्षा मंत्री का बचाव करते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की सरकार में ही कुछ मंत्री पाठ्य पुस्तकों में बदलाव से खफा है.