बूंदी. नि:शुल्क दवाओं के अभाव से बूंदी जिला अस्पताल जुझ रहा है.पिछले एक हफ्ते मे पेंशनरर्स अस्पतान के चक्कर काट रहे है. पेंशनर्स का कहना है कि उपभोक्ता भंडारों में बीपी, शुगर की गोली नहीं मिल रही है. वहीं जिले की बात की जाए तो जिले में चिकित्स पेंशनरों को दवा तो लिख देते हैं लेकिन वह भंडार पर नहीं मिल रही है. गौरतलब है की बुजुर्ग अवस्था में बीपी, शुगर की बीमारियां आम है. लेकिन इनकी दवाएं अभी उपलब्ध नहीं है.
उपभोक्ता भंडारों में करीब 70 से 80 प्रकार की दवाई खत्म हो चुकी है । जिनमें ऑल मिसार, ड्राईटोर, कैलेप्टिन, एसोमैक्स 80, जोवल M2, ऑल मेट 40, ट्राईका, नोसार 50, मेट एक्शन, थायरानॉर्म, कोर बीच, मैक्स वास, ईटामेंस अन्य शामिल है. वही हुमन मिस्टार्ट, लैंटस सहित कई इंजेक्शन इन दुकानों पर नहीं मिल पा रहे हैं .
सूत्रों की मानें तो राजस्थान सरकार द्वारा समय पर दवा के लिए बजट भी जारी किया है. लेकिन बूंदी कोषा कार्यालय में इन दवाओं के बिलों को पास नहीं किया जा रहा है.
ज्यादातर महत्वरपूर्ण दवाएं दुकान पर उपलब्ध नहीं है. सरकार की पेंशनर्स नि:शुल्क दवा योजना पर बड़ा सवाल बना हुआ है. अब देखना होगा कि राजस्थान सरकार व जिला प्रशासन कब पेंशनर की पीड़ा को सुनेगा और कब बूंदी के इन भंडारों पर दवा उपलब्ध होगी.