राजावत ने कटारिया से पूछा कि विधानसभा चुनाव में ऐसी क्या नौबत आ गई कि 11 करोड़ सदस्य वाली पार्टी को कांग्रेस संस्कृति वाले लोगों के चरणों में गिरवी रखना पड़ गया. उन्होंने कहा कि चाहे लाडपुरा हो या पीपल्दा. उस पार्टी को दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी और भैरो सिंह शेखावत जैसे लोगों ने बनाया है, लेकिन ऐसे क्या कारण थे जो विधानसभा चुनाव में रातों-रात पाला बदलकर आए लोगों को पार्टी ने टिकट दे दिया.
भवानी सिंह राजावत यहीं नहीं रूके. उन्होंने कहा कि जो हो रहा है उसे कार्यकर्ता हताश और निराश है. साथ ही राजावत ने सवाल उठाया की कार्यकर्ता क्यों पार्टी के लिए जेल जाएगा? क्यों लाठी खाएगा. चुनाव के वक्त कोई भी हवाई जहाज से आएगा और टिकट ले जाएगा. कहां गए पार्टी के सिद्धांत, कांग्रेस संस्कृति के लोगों के कदमों में पार्टी को क्यों गिरवी रख दिया. कांग्रेस से जुड़े लोगों को रात में ही पार्टी में शामिल किया और सुबह में टिकट दे दिया.
हालांकि इस बैठक से पहले कटारिया ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि चुनाव में पार्टी में प्रयोग होता है. ये केवल भाजपा ही नहीं कांग्रेस में भी होते हैं. उम्मीदवार चयन में जातीय समीकरण समेत अन्य सभी बातों को ध्यान में रखा जाता है. जो आज हमारी पार्टी में आ रहा है. वह हमारी विचारधारा और सिद्धांत को भी अपना लेगा. जो नहीं आएगा वह अपने आप ही बाहर चला जाएगा.