जोधपुर. जिले के बालोतरा के समीप जसोल कस्बे में रविवार को रामकथा के दौरान आंधी और बारिश आई. जिससे पांडाल अचानक गिर गया. वहीं पांडाल के पोल में करंट भी फैल गया. जिससे14 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं 50 के आसपास घायल हुए थे. जिसके चलते घायलों से मिलने के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बालोतरा पहुंचे.
इसके अलावा भी मंत्री कुछ निजी अस्पतालों में भर्ती घायलों से मिले. इस दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए चौधरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस तरह की घटना को कोई भी व्यक्ति जानबूझकर अंजाम नहीं देता है. यह प्राकृतिक आपदा है जो भी कोई जिम्मेदार होगा वह जांच के बाद सामने आएगा लेकिन पहली प्राथमिकता लोगों को उपचार मिलना है.
बताया जा रहा है कि घटनास्थल के करीब 200 * 40 फीट के दायरे में डोम लगाया गया था. इस डोम में हर10 फीट पर ऊंचे ऊंचे लोहे के सपोर्टर लगाए गए थे .रविवार दोपहर बाद चली तेज हवा से पूरा का पूरा पांडाल 2 मिनट के लिए गुब्बारे की तरह ऊपर उठ गया क्योंकि उसमें कहीं से भी हवा निकालने की कोई जगह नहीं रखी गई थी. जिससे सारे के सारे लोहे के सपोर्टर गिर गए और करंट फैल गया.