राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद शून्य काल शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया. शून्य काल में जैसे ही किसानों के मुद्दे पर बीजेपी ने वेल में जाकर नारेबाजी और हंगामा किया गया. इस दौरान बसपा के भी तमाम विधायक गुर्जरों को आरक्षण देने की मांग को लेकर वेल में चले गए और नारेबाजी करने लगे हालांकि एक बार तो सभी विधायक स्पीकर सीपी जोशी के कहने पर वापस चले गए लेकिन जब भाजपा के विधायकों ने किसानों की कर्ज माफी की बात पर हंगामा किया तो बसपा के विधायक फिर से बेल में आ गए.
इससे पहले ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बोलते हुए हनुमान बेनीवाल ने गुर्जरों को 5% आरक्षण देने की बात कहते हुए कहा कि गुर्जरों का आरक्षण भाजपा की वजह से अटका है. जो दो बार सरकार रहने के बावजूद भी गुर्जरों को 5% आरक्षण नहीं दे सके. जिस तरीके से 10% आरक्षण सवर्णों को दिया गया है उसी तरीके से केंद्र सरकार गुर्जरों को 5% आरक्षण दे. इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इशारे पर ट्रैक रोके गए हैं.
हनुमान बेनीवाल ने सदन में ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर गुर्जर समाज को जल्दी न्याय नहीं मिला तो ऐसे में प्रदेश का जाट समाज भी गुर्जरों के साथ जरूरत पड़ने पर सड़क पर उतर सकता है. इस दौरान इसी प्रस्ताव पर बसपा के विधायक जोगिंदर अवाना ने भी कहा कि सरकारों को जल्द से जल्द गुर्जरों को आरक्षण देना चाहिए और वह भी समय पर ताकि पिछली बार जैसी घटना प्रदेश में ना हो जाए. किसानों को लेकर हुए बीजेपी के विधानसभा सदन में नारेबाजी और गुर्जरों के पक्ष में हो रही सीपीएम हनुमान बेनीवाल की लोकतांत्रिक पार्टी और बसपा के सदस्यों के हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही 1 घंटे के लिए स्थगित कर दी गई.