पूर्व सैनिकों का कहना है कि आज हमारा सीना और चौड़ा हो गया है. जो पाक हमारे सैनिकों को शहीद करने के बाद उल्टी सीधी बातें कर रहा था, आज वह रोएगा. यही बात होती है कि आंसू सूखने से पहले बदला लिया जाए. सेना के रिटायर्ड और शेखावाटी के तीनों जिलों में सैनिक कल्याण अधिकारी से रिटायर्ड मेजर जयराम सिंह कहते हैं कि हमें तो उसी दिन अंदाजा हो गया था जिस दिन हमला हुआ था की जल्द ही हमले का बदला ले लिया जाएगा. वहीं कैप्टन अमरचंद खेदड़ पूरी सर्जिकल स्ट्राइक का ब्योरा देते हुए बता रहे हैं कि इस बार पाकिस्तान को भी स्वीकार भी करना पड़ेगा की उनकी धरती पर भारत की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक हुई है.
वहीं पाकिस्तान की किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई के बारे में पूर्व सैनिक कहते हैं कि पाक ने ऐसा सोचने की भी हिम्मत की तो वो भारतीय सीमा में आ तो जाएगा लेकिन वापस नहीं जा पाएगा. वहीं हवलदार लक्ष्मण मील कहते हैं हम लोग भी तैयार हैं यदि हमें भी बॉर्डर पर जाना पड़ा तो 1 घंटे में रवाना हो जाएंगे.
वही यहां के किसान भी कहते हैं कि अभी तो बहुत छोटा सा बदला लिया गया है. हमें लोन माफी की ज्यादा जरूरत नहीं है लेकिन शहीदों की शहादत का बदला लिया जाए.