जोधपुर. करंट लगने से सफाईकर्मी की मौत के बाद वाल्मीकि समाज के लोग मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में जमा हो गए. लोगों का आरोप है कि रोडवेज में ठेके पर कार्यरत ठेका कर्मचारी डिपो में कचरा उठा रहे थे. इस दौरान विद्युत पोल से करंट लगने से उनकी मौत हुई है. परिजनों का आरोप है कि कचरा गीला होने से हादसा हुआ है और ठेकेदार द्वारा सफाई कर्मी को दस्ताने भी नहीं दिए गए थे. ऐसे में ठेकेदार और रोडवेज प्रशासन की लापरवाही से यह हादसा हुआ है.
मोर्चरी के बाहर मृतक के परिजन के घर के एक सदस्यों को नौकरी देने की मांग कर रहे हैं और साथ ही रोडवेज प्रशासन द्वारा मृतक के परिजन को आर्थिक सहायता देने की भी मांग कर रहे हैं. परिजनो ने बताया कि मांग पूरी नहीं होने तक मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाएगा और ना ही शव को ले जाया जाएगा. फिलहाल मौके पर पुलिस और रोडवेज के अधिकारियों द्वारा समझाइश के प्रयास किए जा रहे हैं.