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अलवर में सरसों के भाव 3-5 हजार प्रति क्विंटल के बीच...किसानों के चेहरे खिले - mustard

इस बार सरसों की बंपर पैदावार हुई है इससे व्यापारी वर्ग और किसान खुश नजर आ रहे हैं. मंडी में प्रतिदिन 25000 कट्टे सरसों की आवक हो रही है. मंडी व्यापारियों का कहना है 5 साल बाद अलवर में अच्छी सरसों की पैदावार हुई है.

सरसों की बंपर पैदावार
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Published : Mar 14, 2019, 6:21 PM IST

अलवर. जिले में इस बार सरसों की बंपर पैदावार हुई है इससे व्यापारी वर्ग और किसान खुश नजर आ रहे हैं. मंडी में प्रतिदिन 25000 कट्टे सरसों की आवक हो रही है. मंडी व्यापारियों का कहना है 5 साल बाद अलवर में अच्छी सरसों की पैदावार हुई है.

दरअसल, अलवर की सरसों और सरसों का तेल देश विदेश में सप्लाई होता है इसके चलते जिले की सरसों की डिमांड भी अच्छी खासी रहती है. अलवर मंडी सरसो मंडी के नाम से भी जानी जाती है. इसका बड़ा कारण अलवर जिले में सरसों की पैदावार और क्षेत्र में चल रही तेल मिल है. अलवर का तेल उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, झारखंड सहित पूरे देश भर में सप्लाई होता है तो वहीं आसपास के कुछ देशों में भी जिले के तेल की डिमांड रहती है. इसलिए ज्यादातर सरसों अलवर में चलने वाली तेल मिल खरीद लेती है इसके चलते किसानों को उनकी उपज के अच्छे भाव मिल जाते हैं.

सरसों की बंपर पैदावार

मार्च माह से अलवर में नई सरसों की आवक शुरू हो गई है, इस बार अच्छी बारिश के चलते सरसों की पैदावार भी ठीक हुई है. एक बीघा खेत में आमतौर पर 20 से 25 मण सरसों होती है, लेकिन इस बार करीब 40 मण की पैदावार एक बीघा में हुई है. वहीं नई सरसों के भाव 3000 से 3500 रुपए प्रति क्विन्टल चल रहे हैं.

मंडी व्यापारी विजेंद्र गोयल ने बताया कि सरसों की आवक से साफ है कि आने वाले दिनों में प्रतिदिन 50 हजार से अधिक कट्टे सरसों की आवक होगी. वहीं अभी सरसों के भाव कम चल रहे हैं जिसका सबसे बड़ा कारण सरसों में नमी है. वहीं व्यापारियों का कहना है कि जैसे-जैसे सरसों सूखेगी और पुरानी होगी इसके भावों में बढ़ोतरी होगी.

अलवर. जिले में इस बार सरसों की बंपर पैदावार हुई है इससे व्यापारी वर्ग और किसान खुश नजर आ रहे हैं. मंडी में प्रतिदिन 25000 कट्टे सरसों की आवक हो रही है. मंडी व्यापारियों का कहना है 5 साल बाद अलवर में अच्छी सरसों की पैदावार हुई है.

दरअसल, अलवर की सरसों और सरसों का तेल देश विदेश में सप्लाई होता है इसके चलते जिले की सरसों की डिमांड भी अच्छी खासी रहती है. अलवर मंडी सरसो मंडी के नाम से भी जानी जाती है. इसका बड़ा कारण अलवर जिले में सरसों की पैदावार और क्षेत्र में चल रही तेल मिल है. अलवर का तेल उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, झारखंड सहित पूरे देश भर में सप्लाई होता है तो वहीं आसपास के कुछ देशों में भी जिले के तेल की डिमांड रहती है. इसलिए ज्यादातर सरसों अलवर में चलने वाली तेल मिल खरीद लेती है इसके चलते किसानों को उनकी उपज के अच्छे भाव मिल जाते हैं.

सरसों की बंपर पैदावार

मार्च माह से अलवर में नई सरसों की आवक शुरू हो गई है, इस बार अच्छी बारिश के चलते सरसों की पैदावार भी ठीक हुई है. एक बीघा खेत में आमतौर पर 20 से 25 मण सरसों होती है, लेकिन इस बार करीब 40 मण की पैदावार एक बीघा में हुई है. वहीं नई सरसों के भाव 3000 से 3500 रुपए प्रति क्विन्टल चल रहे हैं.

मंडी व्यापारी विजेंद्र गोयल ने बताया कि सरसों की आवक से साफ है कि आने वाले दिनों में प्रतिदिन 50 हजार से अधिक कट्टे सरसों की आवक होगी. वहीं अभी सरसों के भाव कम चल रहे हैं जिसका सबसे बड़ा कारण सरसों में नमी है. वहीं व्यापारियों का कहना है कि जैसे-जैसे सरसों सूखेगी और पुरानी होगी इसके भावों में बढ़ोतरी होगी.

Intro:अलवर में इस बार सरसों की बंपर पैदावार हुई है। अलवर मंडी में प्रतिदिन 25000 कट्टे सरसों की आवक हो रही है। तो वहीं इससे व्यापारी वर्ग व किसान खासे खुश नजर आ रहे हैं। मंडी व्यापारियों का कहना है 5 साल बाद अलवर में अच्छी सरसों की पैदावार हुई है।

दरअसल अलवर की सरसों व सरसों का तेल देश विदेश में सप्लाई होता है। इसलिए अलवर की सरसों की डिमांड भी खासी रहती है। वैसे तो सरसों की आवाज साल भर होती है। लेकिन अभी नई सरसों की आवक शुरू हुई है।


Body:अलवर मंडी सरसो की मंडी के नाम में भी जानी जाती है। इसका एक बड़ा कारण अलवर जिले में सरसों की पैदावार व अलवर में चल रही तेल मिल है। अलवर का तेल उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, झारखंड सहित पूरे देश भर में सप्लाई होता है। तो वही आसपास के कुछ देशों में भी अलवर के तेल की डिमांड रहती है। इसलिए ज्यादातर सरसों अलवर में चलने वाली तेल मिल खरीद लेती है। इसलिए किसानों को सरसों के भाव भी अच्छे मिलते हैं।

मार्च माह से अलवर में नई सरसों की आवक शुरू हो गई है। इस बार अच्छी बारिश के चलते सरसों की पैदावार भी खासी हुई है। एक बीघा खेत में आमतौर पर 20 से 25 मण सरसों होती है। लेकिन इस बार करीब 40 मण की पैदावार एक बीघा खेत में हुई है। इससे किसान को खासा फायदा पहुंचा है। तो वही नई सरसों के भाव 3000 से 3500 रुपए के हिसाब से चल रहे हैं।


Conclusion:मंडी व्यापारी विजेंद्र गोयल ने बताया कि सरसों की आवक से साफ है। आने वाले समय में प्रतिदिन 50 हजार से अधिक कटे सरसों की आवक होगी। तो वही अभी सरसों के भाव कम चल रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण सरसों में नमी है। दरअसल बारिश में नहीं सरसों होने के कारण सरसों में अभी नमी आ रही है। तो वहीं व्यापारियों का कहना है कि जैसे सरसों सूखेगी पुरानी होगी इसके भाव में बढ़ोतरी होगी।

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