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मायावती ने टटोला राजस्थान के बसपा विधायकों का मन...कहा-आप मिलो गहलोत से, मैं भी फोन पर करूंगी बात - Ashok Gehlot

बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश के बसपा विधायकों को दिल्ली बुलाकर उनका मन टटोला..साथ ही मायावती ने विधायकों से कहा कि आप सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात करो. उसके बाद फिर मैं भी गहलोत से फोन पर बात करूंगी.

बसपा सुप्रीमो मायावती की फाइल फोटो
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Published : Jun 1, 2019, 8:19 PM IST

जयपुर. लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार में चल रही सियासी उठापटक के बीच बसपा विधायक टूटकर किसी अन्य पार्टी में ना चला जाए यही डर बसपा सुप्रीमो मायावती को सता रहा है. इसी शंका के चलते शनिवार को दिल्ली में मायावती ने राजस्थान के विधायक और संगठन से जुड़े नेताओं से मुलाकात की. मायावती ने अपनी शंका से मौजूदा विधायकों को भी अवगत कराया और साफ तौर पर पूछ लिया कि जो घटनाक्रम राजस्थान में चल रहा है, उसमें पार्टी के विधायक रास्ता नहीं भटक जाएं.

विधायकों को मायावती ने दिल्ली तलब किया
खास तौर पर पिछले दिनों बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान के विधायकों ने राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलने के लिए समय मांगा था. जबकि पार्टी सुप्रीमो मायावती को इसकी जानकारी तक नहीं दी गई. यही कारण है कि मायावती को पहले अपने विधायकों को चेतावनी देना पड़ी और फिर बाद में दिल्ली तलब कर उनसे मुलाकात भी की. शनिवार को हुई मुलाकात के दौरान मायावती ने पहले प्रदेश के विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और लोकसभा विधानसभा के प्रत्याशी रहे नेताओं से सामूहिक मुलाकात की और उसके बाद पार्टी के 5 विधायकों से अलग से बैठक कर सियासी उठापटक को लेकर उनका मन टटोला.

माया ने विधायकों के सियासी मकसद को जाना
बैठक के दौरान मायावती ने पिछले दिनों पार्टी विधायकों की तरफ से राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय लेने के पीछे उनका सियासी मकसद भी जाना और साथ ही यह भी कहा कि यदि प्रदेश में उनके क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं तो कांग्रेस के समर्थक दल होने के नाते यह बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी करें. उसका समाधान करें. मायावती ने कहा कि वह जाकर मुख्यमंत्री से मिले अपनी बात रखें और आने वाले समय में वह खुद भी फोन के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर समस्याओं का समाधान कराएंगी.

कहीं पिछली बार वाली घटना दोबारा ना हो जाए
गौरतलब है कि पिछली गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान भी प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों ने बीएसपी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था. अब वापस प्रदेश में चल रहे राजनीतिक उठापटक के दौरान जब इसकी संभावना बनी तो पार्टी सुप्रीमो मायावती तुरंत हरकत में आते हुए सभी विधायक और प्रत्याशियों को दिल्ली तलब कर लिया.

छह में से पांच विधायक पहुंचे दिल्ली, राजेंद्र हुड्डा ने बनाई दूरी
दिल्ली में मायावती से मुलाकात करने पार्टी के राजस्थान से मौजूदा विधायक पहुंचे. जबकि उदयपुरवाटी से बसपा विधायक राजेंद्र सिंह हुड्डा इस बैठक से दूरी बनाए रखें. हालांकि वह दिल्ली क्यों नहीं गए इस बारे में पार्टी को कोई पूर्व सूचना भी नहीं की गई. बैठक में बसपा विधायक संदीप यादव, लाखन सिंह, जोगिंदर सिंह अवाना, दीपचंद और वाजिब अली शामिल हुए. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौजूदगी में हुई इस बैठक में मायावती ने राजस्थान के मौजूदा सियासी हालातों की जानकारी ली.

जयपुर. लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार में चल रही सियासी उठापटक के बीच बसपा विधायक टूटकर किसी अन्य पार्टी में ना चला जाए यही डर बसपा सुप्रीमो मायावती को सता रहा है. इसी शंका के चलते शनिवार को दिल्ली में मायावती ने राजस्थान के विधायक और संगठन से जुड़े नेताओं से मुलाकात की. मायावती ने अपनी शंका से मौजूदा विधायकों को भी अवगत कराया और साफ तौर पर पूछ लिया कि जो घटनाक्रम राजस्थान में चल रहा है, उसमें पार्टी के विधायक रास्ता नहीं भटक जाएं.

विधायकों को मायावती ने दिल्ली तलब किया
खास तौर पर पिछले दिनों बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान के विधायकों ने राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलने के लिए समय मांगा था. जबकि पार्टी सुप्रीमो मायावती को इसकी जानकारी तक नहीं दी गई. यही कारण है कि मायावती को पहले अपने विधायकों को चेतावनी देना पड़ी और फिर बाद में दिल्ली तलब कर उनसे मुलाकात भी की. शनिवार को हुई मुलाकात के दौरान मायावती ने पहले प्रदेश के विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और लोकसभा विधानसभा के प्रत्याशी रहे नेताओं से सामूहिक मुलाकात की और उसके बाद पार्टी के 5 विधायकों से अलग से बैठक कर सियासी उठापटक को लेकर उनका मन टटोला.

माया ने विधायकों के सियासी मकसद को जाना
बैठक के दौरान मायावती ने पिछले दिनों पार्टी विधायकों की तरफ से राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय लेने के पीछे उनका सियासी मकसद भी जाना और साथ ही यह भी कहा कि यदि प्रदेश में उनके क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं तो कांग्रेस के समर्थक दल होने के नाते यह बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी करें. उसका समाधान करें. मायावती ने कहा कि वह जाकर मुख्यमंत्री से मिले अपनी बात रखें और आने वाले समय में वह खुद भी फोन के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर समस्याओं का समाधान कराएंगी.

कहीं पिछली बार वाली घटना दोबारा ना हो जाए
गौरतलब है कि पिछली गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान भी प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों ने बीएसपी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था. अब वापस प्रदेश में चल रहे राजनीतिक उठापटक के दौरान जब इसकी संभावना बनी तो पार्टी सुप्रीमो मायावती तुरंत हरकत में आते हुए सभी विधायक और प्रत्याशियों को दिल्ली तलब कर लिया.

छह में से पांच विधायक पहुंचे दिल्ली, राजेंद्र हुड्डा ने बनाई दूरी
दिल्ली में मायावती से मुलाकात करने पार्टी के राजस्थान से मौजूदा विधायक पहुंचे. जबकि उदयपुरवाटी से बसपा विधायक राजेंद्र सिंह हुड्डा इस बैठक से दूरी बनाए रखें. हालांकि वह दिल्ली क्यों नहीं गए इस बारे में पार्टी को कोई पूर्व सूचना भी नहीं की गई. बैठक में बसपा विधायक संदीप यादव, लाखन सिंह, जोगिंदर सिंह अवाना, दीपचंद और वाजिब अली शामिल हुए. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौजूदगी में हुई इस बैठक में मायावती ने राजस्थान के मौजूदा सियासी हालातों की जानकारी ली.

Intro:मायावती ने टटोला बसपा विधायकों का मन..
जताया संदेह..पहले की तरह तो नहीं होगा राजस्थान में
कहा-आप मिलो गहलोत से,फिर मैं भी करूंगी सीएम को फ़ोन

जयपुर (इन्ट्रो एंकर)
लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश कांग्रेस को सरकार में चल रही सियासी उठापटक के बीच बसपा विधायक टूट के किसी अन्य पार्टी में ना चला जाए यही डर बसपा सुप्रीमो मायावती को सता रहा है इसी शंका के चलते आज दिल्ली में मायावती ने राजस्थान के विधायक और संगठन से जुड़े नेताओं से मुलाकात की। मायावती ने अपनी शंका से मौजूदा विधायकों को भी अवगत कराया और साफ तौर पर पूछ लिया कि जो घटनाक्रम राजस्थान में चल रहा है उसमें पार्टी के विधायक राहत नहीं भटक जाएंगे। खास तौर पर पिछले दिनों बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान के विधायकों ने राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलने के लिए समय मांगा था जबकि पार्टी सुप्रीमो मायावती को इसकी जानकारी तक नहीं दी गई। यही कारण है कि मायावती को पहले अपने विधायकों को चेतावनी देना पड़ी और फिर बाद में दिल्ली तलब कर उनसे मुलाकात भी की। आज हुई मुलाकात के दौरान मायावती ने पहले प्रदेश के विधायक प्रदेश पदाधिकारी और लोकसभा विधानसभा के प्रत्याशी रहे नेताओं एवं सामूहिक मुलाकात की और उसके बाद पार्टी के 5 विधायकों से अलग से बैठक कर सियासी उठापटक को लेकर उनका मन टटोला। बैठक के दौरान मायावती ने पिछले दिनों पार्टी विधायकों द्वारा राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय लेने के पीछे उनका सियासी मकसद भी जाना और साथ ही यह भी कहा कि यदि प्रदेश में उनके क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं तो कांग्रेस के समर्थक दल होने के नाते यह बात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी करें उसका समाधान करें मायावती ने कहा कि वह जाकर मुख्यमंत्री से मिले अपनी बात रखें और आने वाले समय में वह खुद भी फोन के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर समस्याओं का समाधान कराएंगी। गौरतलब है कि पिछली गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान भी प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों ने बीएसपी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था और तब क्यों विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे अब वापस प्रदेश में चल रहे राजनीतिक उठापटक के दौरान जब इसकी संभावना बनी तुम पार्टी सुप्रीमो मायावती ने तुरंत हरकत में आते हुए सभी विधायक और प्रत्याशियों को दिल्ली तलब कर लिया।

छह में से पांच विधायक पहुंचे दिल्ली,राजेंद्र हुड्डा ने बनाई दूरी-

दिल्ली में मायावती से मुलाकात करने पार्टी के राजस्थान से मौजूदा विधायक पहुंचे जबकि उदयपुरवाटी से बसपा विधायक राजेंद्र सिंह हुड्डा इस बैठक से दूरी बनाए रखें। हालांकि वह दिल्ली क्यों नहीं गए इस बारे में पार्टी को कोई पूर्व सूचना भी नहीं की गई। बैठक में बसपा विधायक संदीप यादव लाखन सिंह जोगिंदर सिंह अवाना दीपचंद और वाजिब अली शामिल हुए। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौजूदगी में हुई इस बैठक में मायावती ने राजस्थान के मौजूदा सियासी हालातों की जानकारी ली।

photo-मायावती
photo-बीएसपी चुनाव चिन्ह।

नोट -की खबर फोटो से ही चलाएं क्योंकि बैठक दिल्ली में हुई है वह फोन पर जानकारी ली गई है।




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photo-मायावती
photo-बीएसपी चुनाव चिन्ह।

नोट -की खबर फोटो से ही चलाएं क्योंकि बैठक दिल्ली में हुई है वह फोन पर जानकारी ली गई है।


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