जयपुर. बीते दो महीनों से शहर की सरकार में कामकाज शिथिल अवस्था में चल रहे थे. जिसको अब गति मिलेगी. मेयर विष्णु लाटा पहले अपनी तबीयत और फिर आचार संहिता के चलते निगम में ज्यादा काम नहीं कर सके. ऐसे में बचे हुए महीनों में मेयर लाटा अपनी छाप छोड़ने के लिए अब निगम को हर मोर्चे पर मजबूत करने की कोशिश में रहेंगे.
जिसकी शुरुआत निगम के अधिकारियों की मैराथन मीटिंग से होगी. मेयर विष्णु लाटा लगातार तीन दिनों तक शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए निगम के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इसमें मुख्य फोकस आवारा पशुओं, विद्युत, बरसाती नालों की सफाई, मानसून के दौरान पेड़ पौधे लगाना, विजिलेंस शाखा और रेवेन्यू पर रहेगा. इन बैठकों में मेयर बड़े फैसले भी ले सकते हैं.
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद अब 5 महीने बाद नवंबर में नगरीय निकायों के चुनाव भी आने वाले हैं. अक्टूबर महीने में फिर से आचार संहिता लग जाएगी. ऐसे में महापौर को जनता से जुड़े कार्यों को ज्यादा से ज्यादा करा कर राहत देने और कांग्रेस सरकार में अपना परफॉर्मेंस देने के लिए बड़ी चुनौती रहेगी. जिसके लिए फिलहाल समय काफी कम बचा है.