बूंदी. जिले के लाखेरी शहर के गणेशपुरा में रहने वाले गणेश राठौड़ पुत्र माधोलाल राठौड़ करीब 10 साल से लापता होने के कारण परिजनों ने उसके जीवित होने व वापस घर लौटने की उम्मीद छोड़ दी थी. 10 साल बाद अचानक उसके जीवित होने की खबर मिलने पर परिवार की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. युवक के भाई हीरालाल राठौड़ ने बताया कि गणेश राठौड़ 10 साल पहले कोटा से अचानक गायब हो गया था. परिजनों ने उसकी खूब तलाश की, लेकिन 10 साल से कोई सुराग नहीं लगने से उम्मीद छोड़ दी थी. लेकिन शनिवार को इतने साल बाद भाई से मिल कर परिवार की खुशी की लहर दौड़ पड़ी.
यह है पूरा मामला: लापता युवक गणेश राठौड़ पिछले 10 सालों से चुरू जिले के सुजानगढ़ थाना क्षेत्र में रहकर अपना जीवनयापन कर रहा था. इसी बीच गत दिनों उसका किसी से विवाद हो जाने पर सुजानगढ़ पुलिस ने हिरासत में लेकर इसके बारे में जानकारी जुटाई. सुजानगढ़ पुलिस थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल जगदीश जाखड़ ने उक्त युवक के बारे में इंदरगढ़ पुलिस थाने में कार्यरत कांस्टेबल महावीर गुर्जर को जानकारी देकर उसके परिजनों से संपर्क किया. जिस पर परिजन लाखेरी से सुजानगढ़ पहुंच कर युवक लाखेरी अपने घर लेकर आए. खोए भाई को देख कर परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
परिजनों ने पुलिस का आभार प्रकट किया है. सुजानगढ़ पुलिस थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल जगदीश जाखड़ ने उक्त युवक के बारे में इंदरगढ़ पुलिस थाने में कार्यरत कांस्टेबल महावीर गुर्जर को जानकारी देकर उसके परिजनों से संपर्क किया. जिस पर परिजन लाखेरी से सुजानगढ़ पहुंच कर युवक लाखेरी अपने घर लेकर आए. खोए भाई को देख कर परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. परिजनों ने पुलिस का आभार प्रकट किया है.