बूंदी. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर बूंदी में भी जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. अभियान की शुरुआत के साथ ही हर उपखण्ड कार्यालय पर टीम का गठन कर विभागीय टीम खाद्य पदार्थों की दुकानों पर सैंपलिंग का कार्य कर रही है ताकि मिलावटखोरों पर कार्रवाई की जा सके.
बूंदी जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने ईटीवी से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में 26 अक्टूबर से 14 नवंबर तक चलाए जाने वाले शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर सभी उपखंड अधिकारियों को पूर्व में ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अभियान को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए थे.
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि 26 से 14 अक्टूबर तक चलाए जाने वाले शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की जिले में प्रभावी कार्रवाई हो. कार्रवाई ऐसी हो कि मिलावटखोरों पर कड़ी चोट हो और आमजन को राहत मिले. उन्होंने कहा कि टीम अभियान को सार्थक बनाने के लिए कमर कस लें और अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखते हुए मिलावट पर लगाम लगाया जाए ताकि आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं हो सके.
जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि अभियान के तहत कार्रवाई के लिए उपखंड स्तरीय टीम गठित की गई है जिसमें उपखण्ड अधिकारी, पुलिस अधिकारी और तहसीलदार शामिल है. जो कालाबाजारी के विरुद्ध कार्रवाई करेगी और मिलावट पाए जाने पर दंडात्मक कार्रवाई करेगी. साथ में उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार की ओर से बड़ी मिलावटखोरों की सूचना देने पर मुखबिरों और राज्य सरकार की ओर से ₹51 हजार का पुरस्कार भी दिया जाएगा.
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अभियान की शुरुआत के साथ ही सभी जगहों पर उपखण्ड अधिकारी के साथ खाद्य सुरक्षा टीम ने शहर और कस्बे भर में खाद्य सामग्री की दुकान पर सैंपल लेने पहुंचे. जहां पर इन दुकानदारों में हड़कंप मच गया. यहां सैंपल लेने के साथ ही उसे टीम लैब में भेजेगी. प्रशासन का कहना है कि 3 चरणों में इस अभियान को चलाया जाएगा पहले चरण में रेंडम सैंपल, फिर त्योहारी सीजन में कार्रवाई और लैब की जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि त्योहारों में कोई मिलावट खोर पनपना सके.