केशवरायपाटन (बूंदी). उपखंड में आने वाले गुडली गांव में दीपक, कमला और सुनीता, उच्चबलाल कि मंगलवार को शादी थी. लॉकडाउन के दौरान दोनों जोड़ों ने शादी के लिए प्रशासन से अनुमति चाही.
इस दौरान प्रशासन ने पांच ही व्यक्तियों को शादी समारोह में आने की इजाजत दी. दूल्हा-दुल्हन और उनके माता-पिता ही इस शादी में शामिल हुए. सोशल डिस्टेंस सहित लॉकडाउन के गाइडलाइन का पालन करते हुए, इस शादी को संपन्न किया गया.
विवाह के दौरान ना कोई बराती, ना कोई बैंड-बाजा और ना कोई जश्न था. महज लॉकडाउन की पालना करते हुए, यह दूल्हा-दुल्हन दोनों एक-दूजे के हमसफर बने हैं. गुडली गांव निवासी राधेश्याम सुमन ने बताया कि उनके बेटे दीपक सुमन की शादी झालीजी का बराना निवासी रतनलाल माली की पुत्री कमला से पहले से तय थी. इस बीच लॉकडाउन हो गया. बच्चों ने शादी को यादगार बनाने के लिये लॉकडाउन के दौरान ही शादी करने की जिद की. तो बेटे और बेटी की शादी प्रशासन की अनुमति से कर दी गई.
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बारिश से हुआ सड़क पर जलभराव
केशवरायपाटन में पिछले दो दिनों से उमड़ घुमड़ रहे घने काले बादल आखिर बुधवार को बरस ही गए. बुधवार सुबह तड़के तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हुई. जिससे सड़कों पर पानी बह निकला. कोटा-दौसा मेगा हाइवे पर कहीं पेड़ टूटकर गिर गए. फिर दोपहर को लाखेरी शहर में आधे घण्टे तक तेज बरसात हुई.
तेज हवाओं के साथ हुई बारिश और पतझड़ का मौसम होने के चलते हर तरफ पेड़ों के पत्ते फैले दिखाई दिए. हल्की बारिश में भी कई जगह जलभराव हो गया. लाखेरी शहर में हुई बरसात से सड़कों पर पानी बह निकला. फिर तेज धूप निकल पड़ी तो सड़कों पर आवाजाही दिखाई दी.
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बुधवार सुबह हुई बारिश ने नगर पालिका के सफाई अभियान की पोल खोल दी. नालियों की सफाई नहीं होने से बारिश के पानी से नालियां अवरुद्ध हो गईं और मलबा सड़कों पर फैल गया. खासकर गणेशपुरा सब्जीमंडी क्षेत्र वाले रास्ते से लोगों को निकलना मुश्किल हो गया. दोपहर 2 बजे तक यहां सड़क पर करीब आधी फीट तक गंदा पानी भरा रहा. जिससे पैदल निकलने वाले लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी. वहीं सब्जीमंडी होने से यहां अधिकांश वाहनों की आवाजाही बनी रहती है.