बूंदी. जिले के लाखेरी क्षेत्र के सखावदा गांव में मेज नदी पर बने डैम में सोमवार को डूबे दो किशोरों का शव 22 घंटे बाद मिला. सोमवार को अंधेरा होने के कारण सर्च ऑपरेशन एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस ने रोक दिया था. मंगलवार सुबह फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया गया. गहरे पानी में दोनों किशोरों का शव मिला है.
पढ़ें- नहाते समय सेल्फी लेना पड़ा भारी, बूंदी में दो किशोर नदी में बहे
पुलिस ने दोनों किशोरों के शवों को अपने कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. दोनों शवों का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा जाएगा. लाखेरी थाना एसएचओ सुरेश कुमार गुर्जर ने बताया कि लाखेरी कस्बे के महावीरपुरा निवासी गुलशन उर्फ गोलू (16), रामस्वरूप वर्मा, विशाल (15) और जियांशु नहाने के लिए बाइक से मेज नदी पर बने हुए सखावदा डैम पर गए थे.
गुर्जर ने बताया कि ये लोग सखावदा डैम की डाउनस्ट्रीम पर नहा रहे थे. इसी दौरान किशोर मोबाइल में सेल्फी ले रहा था. इसके चलते उन्हें ध्यान नहीं रहा और वे गहरे पानी में चले गए. इसके बाद पानी के तेज बहाव में तीनों बह गए. स्थानीय लोगों ने जियांशु को तो बचा लिया.
बता दें, विशाल और गुलशन का शव घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर मिला है. परिजनों का कहना है कि गोलू उर्फ गुलशन के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है. उसकी मां ही पूरे परिवार का भरण-पोषण करती है. जबकि विशाल के पिता मांगीलाल वर्मा फैक्ट्री में कार्यरत हैं, जबकि उसकी मां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है. परिजनों का कहना है कि दोनों बच्चे पढ़ाई लिखाई में होशियार थे.