बूंदी. बूंदी उत्सव के तहत दूसरे चरण में क्राफ्ट मेला शुरू हो चुका है. इसके तहत देश के विभिन्न राज्यों एवं क्षेत्रों से आए कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी. विभिन्न अंचलों के 150 से अधिक कलाकारों ने अपने-अपने प्रांतों की मनमोहक प्रस्तुतियां देकर समृद्ध लोक कला की छटा बिखेर कर सभी का मन मोह लिया है.
जिला कलेक्टर रुकमणि रियार, जिला प्रमुख सोनिया गुर्जर ने विधिवत रूप से इस क्राफ्ट मेले का शुभारंभ किया. इस मौके पर खेल संकुल मेला परिसर नए रंग में रंगा नजर आया. मंच को देख यही लग रहा था कि देश की प्रमुख इमारतों के नमूने यहां स्थापित हुए हो और इन्हें भी इस तरीके से दर्शाया गया कि मानो कुछ इमारतें यहीं खड़ी हो.
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यह मेला 30 नवंबर तक चलेगा. यहां हर शाम कलाकारों की शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखने को मिलेगी. मेले में 150 के करीब स्टॉल लगी है. जहां पर बिहार, राजस्थान, हरियाणा, केरल, बैंगलुरु, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, नॉर्थ ईस्ट सहित कई राज्यों के दुकानदार पहुंचे हैं. जो अपनी कला तथा वैरायटियों का प्रदर्शन कर रहे हैं. जो छोटी काशी के लोगों को भी काफी लुभा रही है. मेले का मुख्य प्रवेश द्वार भी बूंदी उत्सव के रंग में रंगा है और लोक संस्कृति की झलक इस गेट से ही शुरू होती है. जो मेले में प्रवेश से लेकर आखिरी तक सांस्कृतिक छटा को भी दर्शाती हुई नजर आती है.
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आपको बता दें कि बूंदी उत्सव के तहत भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से पहली बार क्राफ्ट मेले का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें देशभर के विभिन्न कलाकार और प्रांतीय दुकानदार शामिल हुए हैं और अपनी सांस्कृतिक और लोक कला विरासत से रूबरू करवा रहे हैं.
कई जगहों से आए हैं लोक कलाकार...
इस मेले में मध्य प्रदेश के बधाई लोक नृत्य, हरियाणा के लूर लोक नृत्य से लेकर जम्मू कश्मीर की डोकरी व रउफ रूफ, तेलंगाना के माधुरी, तमिलनाडु के कारागम, असम की बिहू, महाराष्ट्र के धन गिरी, पश्चिमी बंगाल के पुरूलिया छाऊ, जम्मू कश्मीर के पहाड़ी, आंध्र प्रदेश की लम्बाड़ी, कर्नाटका का ढोल कुनिया, पश्चिम बंगाल के राईबेरो, गुजरात के सिद्दी धमाल की प्रस्तुतियां इस मेले में दिखाई देगी. 4 दिनों में कलाकारों की मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां इस मेले में देखने को मिलेंगी तथा मेले के अंतिम दिन यानी 30 नवंबर को प्रसिद्ध गायक मोहित चौहान अपनी प्रस्तुति देंगे.