जयपुर. बूंदी में पांच साल की बच्ची से ज्यादती के प्रयास के मामले में राज्य बाल संरक्षण आयोग ने प्रसंज्ञान लिया है. आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि छोटी बच्ची के साथ इस तरह की ज्यादती का प्रयास गंभीर मुद्दा है. उन्होंने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर करवाई के निर्देश दिए हैं. बेनीवाल ने बताया कि इस तरह की घटनाओं की रोकथाम और जागरूकता के लिए 14 जून को प्रदेश के प्रमुख सामाजिक संगठनों की बैठक बुलाई है, जिसमें इन मुद्दों पर चर्चा होगी.
तीन दिन में मांगी रिपोर्ट : आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि बूंदी जिले में सोमवार रात को झूला झुलाने के बहाने 5 साल की बच्ची से छेड़छाड़ और ज्यादती का प्रयास करने लगा. इस दौरान बच्ची के परिजन मौके पर पहुंच गए और कुछ लोगों की मदद से आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया. आरोपी पड़ोसी बताया गया है. प्रकरण के संबंध में संगीता बेनीवाल ने बूंदी जिला पुलिस अधीक्षक से दूरभाष पर वार्ता कर जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. पुलिस अधीक्षक जय यादव ने आयोग अध्यक्ष को अवगत करवाया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के अन्तर्गत केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. आयोग अध्यक्ष ने प्रकरण की जांच कर तथ्यात्मक रिपोर्ट आयोग कार्यालय को 3 दिन में भिजवाने के लिए निर्देशित किया है.
14 जून को अहम बैठक : बेनीवाल ने कहा कि बाल अपराधों की प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए 14 जून को प्रदेश की सभी प्रमुख स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है. बैठक में स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर बाल अपराधों की रोकथाम और बाल अधिकारों के संरक्षण की कार्ययोजना बनाई जाएगी. उन्होने प्रदेश के सभी बच्चों और अभिभावकों से भी अपील की है कि बाल अपराध की किसी भी प्रकार की जानकारी मिलने पर चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं.
परिचितों से भी खतरा : आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि नाबालिग बच्चियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. कई मामलों में मासूम बच्चों के साथ ज्यादती और छेड़छाड़ करने वाले उनके परिचित हैं. उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को गुड टच और बैड टच सिखाने के साथ-साथ परिवार के सदस्यों को भी जागरूक होने की जरूरत है. इसके लिए स्वयंसेवी संगठनों से बात करेंगे और उनसे इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए अधिक से अधिक प्रचार करने की निर्देशित किया जाएगा.
डूंगरपुर में आरोपी हेडमास्टर के खिलाफ कार्रवाई : डूंगरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र में सरकारी स्कूल के हेडमास्टर के नाबालिग स्कूली छात्राओं से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के प्रकरण के मामले को भी राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने गंभीरता से लिया है. बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर प्रकरण से संबंधित सभी पहलुओं की विस्तृत जांच रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से दूरभाष पर वार्ता कर प्रकरण में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी पोर्न फिल्में देखता था. साथ ही उसने 6 बालिकाओं से दुष्कर्म करना स्वीकार किया है. आरोपी अध्यापक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.