बूंदी. पूरे प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है और दस्तक देने के साथ ही कुछ इलाकों में बरसात का दौर भी देखा जा रहा है. हर वर्ष बूंदी में मानसून के दौरान शहर की सड़कों की हालत दयनीय हो जाती है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस बार भी वैसे ही हालात पैदा होते हुए नजर आ रहे हैं, जिससे इलाके के लोग चिंतित हैं.
शहर के बाल चंद पाड़ा इलाके में बारिश का पानी सड़कों पर इतनी तादाद में रहता है कि लोग अपने घरों से बाहर तक नहीं निकल पाते. ऐसे में इस समस्या को निजात दिलाने के लिए वह काफी लंबे समय से संघर्षरत है. इन दिनों इलाके में सीवरेज का कार्य चल रहा है और जो बचा हुआ रोड था, उस रोड को भी सीवरेज की कंपनी ने क्षतिग्रस्त कर दिया. निर्माण कार्य की गति धीरे होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. कंपनी से इस मामले में शिकायत भी की, लेकिन शिकायत का कोई समाधान नहीं हुआ तो बालचंद पाड़ा के लोगों ने मंगलवार को सीवरेज कार्य के सामने ही धरना लगाकर सड़क को जाम कर दिया और हाथों में तिरंगा लेकर जमीन पर बैठ गए और जमकर सीवरेज ठेकेदार कंपनी और नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी की.
सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके के लोगों से समझाइश की. लोगों ने कहा कि मौके पर सीवरेज एवं नगर परिषद के अधिकारी को बुलाया जाए और उनसे समय लिया जाए, कि वह इस कार्य को कब तक पूरा कर देंगे. मौके पर अधिकारियों को बुलाया गया, जहां लोगों ने अपनी मांग बताई और अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि कार्य में प्रगति लाई जाएगी और पहले जैसे हालात अब यहां पैदा नहीं होने देंगे तब जाकर लोगों ने जाम हटाया.
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पार्षद मनीष सिसोदिया ने बताया कि बालचंद पाड़ा इलाका पर्यटन इलाका है. काफी लंबे समय से यहां पर दुर्गति होने के चलते यहां आने वाले पर्यटक भी कई प्रकार की टिप्पणियां करते है, लेकिन फिर भी हालात जस के तस है. सीवर कंपनी की तरफ से करवाए गए कार्य से बड़े-बड़े गड्ढे सड़कों पर हो गए हैं, जिसके चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई बार तो यहां पर बुजुर्ग लोग गड्ढों में गिरकर घायल भी हो गए फिर भी समस्या सुधरी नहीं. ऐसे में हमें आज जाम लगाने पर मजबूर होना पड़ा. अधिकारियों ने फिर से आश्वासन दिया है, अगर जल्द ही कार्य पूरा नहीं हुआ तो हम उग्र आंदोलन और करेंगे.