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कहीं हवा में लटकी बाइक तो कहीं कांच के ग्लास पर ट्रैक्टर, बूंदी में मनाया जाता है ये अनोखा महोत्सव - Rajasthan Hindi news

बूंदी जिले में बुधवार को घास भैरू महोत्सव मनाया गया. यहां हैरतअंगेज करतबों को देखकर लोग हैरान हो गए. कहीं हवा में लटकी बाइक थी, तो कहीं कांच के ग्लास पर ट्रैक्टर खड़ा देख लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली.

Ghas Bheru Mahotsav
Ghas Bheru Mahotsav
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 15, 2023, 10:01 PM IST

बूंदी. जिले से 8 किमी दूर स्थित सथुर, ठीकरिया और बड़ोदिया में घास भैरू महोत्सव बुधवार को उत्साह के साथ मनाया गया. कला के मंडल कलाकारों ने जादुई झांकियां बनाई. गांव में सुबह से ही लोग जुलूस और घास भैरू महोत्सव देखने के लिए पहुंचे. यहां पर स्थानीय युवकों और कलाकारों ने हैरतअंगेज करतबों का प्रदर्शन किया. इस गावों में सैनी समाज से जुड़े लोगों ने घास भैरू की सवारी निकाली और प्रदेश में अमन चैन की कामना की.

बड़ोदिया सरपंच राधेश्याम गुप्ता ने बताया कि बरसों से घास भैरू की सवारी निकालने की परंपरा चली आ रही है. ग्रामीण इसे महोत्सव के रूप में मनाते हैं. इसमें विधिवत पूजा-अर्चना के बाद घास भैरू की सवारी शुरू होती है. यह कस्बे के विभिन्न मार्गों से होती हुई अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच कर संपन्न होती है. ठीकरदा गांव में सुबह से ही घास भैरू महोत्सव देखने के लिए लोगों का आवागमन शुरू हो गया.

पढे़ं. दिवाली के दूसरे दिन बूंदी में 'पटाखा युद्ध', एक-दूसरे पर फेंके सुतली बम, रॉकेट

हवा में बाइक देखकर हैरान हुए लोग : आयोजन समिति से जुड़े लोगों ने बताया कि जिले भर से लोग सवारी और हैरतअंगेज करतब देखने पहुंचते हैं, जहां कलाकार एक से बढ़कर एक हैरत अंगेज करतब दिखाकर लोगों को रोमांचित कर देते हैं. इन करतबों को देखने वाले दांतों तले उंगली दबा लेते हैं. हवा में लटकी मोटरसाइकिल, कांच के गिलासों पर खड़ा ट्रैक्टर और जेसीबी, कांटों में सोते आदमी सहित अन्य हैरत अंगेज करतब देखकर लोग रोमांचित हो जाते हैं. इस महोत्सव को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट नजर आया. पुलिस के अधिकारी और जवान व्यवस्था संभालते नजर आए.

बूंदी. जिले से 8 किमी दूर स्थित सथुर, ठीकरिया और बड़ोदिया में घास भैरू महोत्सव बुधवार को उत्साह के साथ मनाया गया. कला के मंडल कलाकारों ने जादुई झांकियां बनाई. गांव में सुबह से ही लोग जुलूस और घास भैरू महोत्सव देखने के लिए पहुंचे. यहां पर स्थानीय युवकों और कलाकारों ने हैरतअंगेज करतबों का प्रदर्शन किया. इस गावों में सैनी समाज से जुड़े लोगों ने घास भैरू की सवारी निकाली और प्रदेश में अमन चैन की कामना की.

बड़ोदिया सरपंच राधेश्याम गुप्ता ने बताया कि बरसों से घास भैरू की सवारी निकालने की परंपरा चली आ रही है. ग्रामीण इसे महोत्सव के रूप में मनाते हैं. इसमें विधिवत पूजा-अर्चना के बाद घास भैरू की सवारी शुरू होती है. यह कस्बे के विभिन्न मार्गों से होती हुई अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच कर संपन्न होती है. ठीकरदा गांव में सुबह से ही घास भैरू महोत्सव देखने के लिए लोगों का आवागमन शुरू हो गया.

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हवा में बाइक देखकर हैरान हुए लोग : आयोजन समिति से जुड़े लोगों ने बताया कि जिले भर से लोग सवारी और हैरतअंगेज करतब देखने पहुंचते हैं, जहां कलाकार एक से बढ़कर एक हैरत अंगेज करतब दिखाकर लोगों को रोमांचित कर देते हैं. इन करतबों को देखने वाले दांतों तले उंगली दबा लेते हैं. हवा में लटकी मोटरसाइकिल, कांच के गिलासों पर खड़ा ट्रैक्टर और जेसीबी, कांटों में सोते आदमी सहित अन्य हैरत अंगेज करतब देखकर लोग रोमांचित हो जाते हैं. इस महोत्सव को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट नजर आया. पुलिस के अधिकारी और जवान व्यवस्था संभालते नजर आए.

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