बूंदी. राज्य के खेल एवं युवा मामला राज्यमंत्री अशोक चांदना के द्वारा मंगलवार को नैनवा क्षेत्र के दौरे पर पटवारियों के विरुद्ध दिए गए बयान के मामले में जिले के पटवारी लामबंद हो गए हैं. पटवारियों ने मामले को लेकर उपखंड स्तर पर प्रदर्शन किया और चांदना द्वारा दिए गए बयान को आगामी सात दिन में वापस लेने की मांग की. राज्यमंत्री चांदना द्वारा अपने बयान को वापस नहीं लेने की स्थिति में पटवारियों ने प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी.
बता दें कि मंगलवार को चांदना बूंदी जिले के हिंडोली और नैनवा क्षेत्र में जन सुनवाई के लिए पहुंचे थे. जहां किसानों ने अपनी कई समस्याएं उनके समक्ष रखी थी. इसके बाद चांदना ने पटवारियों का ट्रांसफर करने और उन्हें बाड़मेर दिखा देने की हिदायत जिला कलेक्टर को फोन पर दी थी. उन्होंने फोन पर कलेक्टर को फटकार लगाते हुए कहा था कि इलाके में राजनीति करूंगा तो मैं ही करूंगा और कोई नहीं, यह याद रख लेना. ऐसे पटवारियों की लिस्ट तैयार करवाई जाए, उनको मैं बताता हूं.
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खेल मंत्री द्वारा पटवारी के खिलाफ दिए गए बयान से जिले के पटवारियों में भारी रोष व्याप्त हो गया. पटवार संघ अध्यक्ष देवकरण के नेतृत्व में नैनवा एसडीएम कार्यालय के बाहर पटवारियों ने प्रदर्शन किया. साथ ही अपनी मांगों का ज्ञापन एसडीएम को दिया. उन्होंने कहा कि सात दिन के अंदर अशोक चांदना अपने दिए हुए बयान को वापस लेकर गलती स्वीकार करें. नहीं तो प्रदेश भर में उग्र आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मंत्री ने बयान देकर पटवारियों की गरिमा को ठेस पहुंचाई है. मंत्री का आरोप बेबुनियाद है, सभी पटवारी समय पर कार्य कर रहे हैं.
मंत्री द्वारा बयान देने के बाद अब मंत्री अशोक चांदना की मुसीबतें और बढ़ने वाली हैं. यहां पर पटवारियों ने सात दिन के अंदर मंत्री द्वारा बयान वापस नहीं लेने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. बता दें कि इससे पहले भी विद्युत विभाग के अभियंता को धमकाने के मामले में विद्युत कर्मचारी लामबंद हो गए थे. ऐसे में मंत्री अशोक चांदना के खिलाफ उनके ही इलाके के थाने में मामला दर्ज मुकदमा भी दर्ज हुआ था और मामले में जमकर बवाल हुआ था.