बूंदी. कोरोना महामारी से बचाव के लिए आमजन को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार बूंदी जिले में रविवार को कोरोना के खिलाफ जन आंदोलन का शुभारंभ हुआ. जिला प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा ने मुख्य अतिथि में जिले में इस अभियान की शुरुआत की. अभियान के पोस्टर का विमोचन कर मास्क का वितरण करने के साथ जन आंदोलन का आगाज हुआ.
इस अवसर पर जिला प्रभारी मंत्री ने आमजन को आह्वान किया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के सबसे सुरक्षित और सशक्त तरीके मास्क को गंभीरता से अपनाएं. दूसरों को भी मास्क करने के लिए प्रेरित करें. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आमजन की स्वास्थ्य रक्षा को सर्वोपरि रखते हुए प्रदेश भर में मास्क पहनने और पहनाने के इस अनूठे अभियान की पहल की है. इस पहल में उन्होंने जन जन की भागीदारी का आह्वान किया है.
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साथ ही मंत्री मीणा ने कहा है कि जब तक इस महामारी से बचाव की कोई दवा नहीं आती तब तक मास्क अनिवार्य रूप से पहने. हमें गंभीरता से इसे अपनाना होगा, उन्होंने कहा कि 'नो मास्क नो एंट्री' को हर जगह पर पालना करवाया जाए. साथ ही चिकित्सालय में स्वच्छता का विशेष ध्यान रहे. आमजन निश्चित होकर यहां उपचार के लिए आ सके ऐसा माहौल बनाया जाए. मंत्री मीणा ने कहा कि पुलिस को भी मास्क और डिस्टेंसिंग के प्रति सख्त होना पड़ेगा. इस दौरान मंत्री ने कहा कि महामारी की अभी तक दवा नहीं बनी है तो खुद ही सावधान रहना पड़ेगा.
प्रभारी मंत्री ने की जन सुनवाई
पहली बार बूंदी प्रभारी मंत्री के रूप में पहुंचे उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने जिला कलेक्ट्रेट और सर्किट हाउस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आमजन के अभाव अभियोग सुने. यहां पर आमजन मंत्री को सीधा अपनी समस्या बताते हुए नजर आए. इस मौके पर मंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि बूंदी जिले की जितने भी समस्याएं हैं उनको निराकरण करने का काम किया जाएगा और जितने भी उद्योग संबंधित कार्य हैं वह शुरू किए के जाएंगे.
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उन्होंने कहा कि बूंदी जिले के आसपास हर क्षेत्र में इंडस्ट्रियल एरिया बने ऐसे प्रयास किए जाएंगे. साथ में केशवरायपाटन में शुगर मिल को शुरू करने की बात को लेकर मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि केशोरायपाटन के अंदर शुगर मिल काफी लंबे समय से बंद हुई है. हमारी सरकार ने वहां के कर्मचारियों का पूरा भुगतान कर दिया है. बूंदी जिले में गन्ने का उत्पादन नहीं होता है. इस वजह से शुगर मिल को शुरू करना सही नहीं होगा. यदि बूंदी में गन्ने की उत्पादकता अधिक होगी तो हम उसे वापस से शुरू कर सकते हैं. जन सुनवाई के बाद मंत्री परसादी लाल मीणा ने सर्किट हाउस में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक भी ली और विभाग वार मंत्री ने बिंदुओं पर चर्चा कर विभागों के कार्य को जाना. साथ ही इस दौरान मंत्री ने कोरोना वॉरियर्स को भी प्रमाण पत्र देकर उनका हौसला बढ़ाया है.