बूंदी. जिले के गेंडोली थाना क्षेत्र निवासी एक विवाहिता का अपहरण कर करीब एक महीने तक बंधक बनाकर गैंगरेप करने का मामला सामने आया है. पीड़िता का आरोप है कि वह मामले को लेकर 2 दिन पूर्व गेंडोली थाना गई थी. लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई. इस पर महिला ने जिला पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की. एसपी ने गेंडोली थाना पुलिस को मामला दर्ज करके पीड़िता का मेडिकल करवाने के निर्देश दिए.
इस पर गेंडोली थाना पुलिस ने बूंदी पहुंचकर पीड़िता का मेडिकल करवाया है. पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में केशोरायपाटन क्षेत्र में तैनात एक सरकारी चिकित्सक पर भी वारदात में शामिल होने का जिक्र किया है.
पीड़िता ने बताया कि 11 सितंबर को वह अपने भाई के साथ अपने पीहर से कहीं जाने के लिए निकली थी. दोपहर 3 बजे बस स्टैंड पर पहुंची. वहां पीड़िता का भाई ऑटो लेने गया और वह बस स्टैण्ड पर अकेली थी. इसी दौरान हंसराज मीणा, सुरेश, ओम, धर्म और तीन अन्य लोग सफेद रंग की कार से आए. उन्होंने पीड़िता को बताया कि उसके भाई का एक्सीडेंट हो गया है. इस पर पीड़िता उनके साथ गाड़ी में बैठ गई. जब वह पीड़िता को केशोरायपाटन की तरफ ले जाने लगे तो पीड़िता विरोध करते हुए चिल्लाने लगी.
इस पर आरोपियों ने चाकू गले पर लगाते हुए जान से मारने की धमकी दी. आरोपी पीड़िता को केशवरायपाटन ले गए जहां उसे कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद सभी आरोपियों ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया. अगले दिन आरोपी हंसराज ने महिला को चाय में नशीला पदार्थ पिलाकर गुड़गांव अपनी मौसेरी बहन के घर ले गया. वहां आरोपी पीड़िता को बेचने के लिए ग्राहक की तलाश करने लगे. पीड़िता ने बताया कि आरोपी गुड़गांव में भी उससे रेप करता रहा.
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पीड़िता ने रिपोर्ट में कहा कि वह आरोपी हंसराज की जेब से 1000 निकाल कर किसी तरह वहां से मौका देखकर भाग गई और अपने घर पहुंची. घर पहुंचने के बाद पीड़िता ने पति को पूरी बात बताई. उसके बाद आरोपी हंसराज के घर वाले पीड़िता के घर आकर धमकाने लगे जिससे पीड़िता डर गई. लेकिन भाइयों के हिम्मत दिलाने पर पीड़िता ने मामला दर्ज कराया. महिला की 14 सितंबर को गुमशुदगी दर्ज की गई थी. उधर गेंडोली थाना अधिकारी बुद्धाराम ने बताया कि पीड़िता की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया है. पीड़िता का मेडिकल मुआयना करवाया गया है, मामले की जांच सीओ लाखेरी कर रहे हैं.