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बूंदीः टेल तक पानी पहुंचाने में असमर्थ हो रही चंबल की ब्रांच केनाल, खरपतवार बनी मुसीबत - चम्बल नदी

चम्बल की नहरों की समय रहते सुध नही लेने से वे अब दम तोड़ रही है. टेल क्षेत्र में किसान पानी की बाट जोह रहे हैं. वहीं, नहरे जीर्ण शीर्ण होने से टेल तक पानी पहुंचाने में नाकामयाब हो रही है. नहरे जगह-जगह ओवर फ्लो हो रही है. जिससे ऊपरी इलाके के किसानों को भी खतरा सता रहा है.

केशवरायपाटन की खबर, keshavraypatan news, चम्बल नदी, Chambal River
चम्बल की नहरें
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Published : Feb 17, 2020, 10:30 AM IST

केशवरायपाटन(बूंदी). क्षेत्र के कापरेन में चंबल की नहरों का पानी टेल क्षेत्र के किसानों को अंतिम छोर तक नहीं पहुंच पा रहा. क्षेत्र में कापरेन और केशवरायपाटन मुख्य ब्रांचों में लगातार जल प्रवाह तो जारी है लेकिन इससे जुड़ी डिस्ट्रीब्यूटरी और माइनरों सहित दोनों मुख्य मुख्य ब्रांचों में बीड (कंझी) खरपतवार जमा होने से पानी टेल तक नही पहुंच पा रहा है.

चम्बल की नहरें दम तोड़ रही

क्षेत्र में पानी ओवरफ्लो होकर नहर की दीवारों के ऊपर से निकल रहा है. जिससे नहर के टूटने का खतरा बढ़ गया हैं. खरपतवार के चलते पानी उफान पर हैं. रविवार को कापरेन मुख्य ब्रांच में कापरेन 955 से अड़ीला के बीच नहरी पानी अधिक होने से ओवरफ्लो होकर दीवार के ऊपर से बहने लगा. सुबह खेतों की ओर गए किसानों ने नहर में जल स्तर देखा और जगह जगह ओवरफ्लो देखा तो नहर टूटने की आशंका जताई.

पढ़ेंः बूंदी के मजदूरों को इराक में बंधक बनाने का मामला, भारतीय दूतावास ने कहा- हिंसा होने से भारत आना मुश्किल

किसानों ने अधिकारीयों और कर्मचारियों को सूचना दी. जिस पर सीएडी के कर्मचारीयों ने नहर का निरक्षण करते हुए नरेगा मजदूरों के माध्यम से मिट्टी के कट्टे लगाकर पानी रोकने का प्रयास किया. मुख्य ब्रांच पर हिंगोनिया नाले के समीप, अड़ीला के समीप ओवरफ्लो होने से कई देर तक पानी बहता रहा. वहीं सीएडी के सहायक अभियंता राजेन्द्र कुमार ने उच्च अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराते हुए नहर में पानी की आवक कम करवाई. तब जाकर दोपहर को पानी की आवक कम हुई.

केशवरायपाटन(बूंदी). क्षेत्र के कापरेन में चंबल की नहरों का पानी टेल क्षेत्र के किसानों को अंतिम छोर तक नहीं पहुंच पा रहा. क्षेत्र में कापरेन और केशवरायपाटन मुख्य ब्रांचों में लगातार जल प्रवाह तो जारी है लेकिन इससे जुड़ी डिस्ट्रीब्यूटरी और माइनरों सहित दोनों मुख्य मुख्य ब्रांचों में बीड (कंझी) खरपतवार जमा होने से पानी टेल तक नही पहुंच पा रहा है.

चम्बल की नहरें दम तोड़ रही

क्षेत्र में पानी ओवरफ्लो होकर नहर की दीवारों के ऊपर से निकल रहा है. जिससे नहर के टूटने का खतरा बढ़ गया हैं. खरपतवार के चलते पानी उफान पर हैं. रविवार को कापरेन मुख्य ब्रांच में कापरेन 955 से अड़ीला के बीच नहरी पानी अधिक होने से ओवरफ्लो होकर दीवार के ऊपर से बहने लगा. सुबह खेतों की ओर गए किसानों ने नहर में जल स्तर देखा और जगह जगह ओवरफ्लो देखा तो नहर टूटने की आशंका जताई.

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किसानों ने अधिकारीयों और कर्मचारियों को सूचना दी. जिस पर सीएडी के कर्मचारीयों ने नहर का निरक्षण करते हुए नरेगा मजदूरों के माध्यम से मिट्टी के कट्टे लगाकर पानी रोकने का प्रयास किया. मुख्य ब्रांच पर हिंगोनिया नाले के समीप, अड़ीला के समीप ओवरफ्लो होने से कई देर तक पानी बहता रहा. वहीं सीएडी के सहायक अभियंता राजेन्द्र कुमार ने उच्च अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराते हुए नहर में पानी की आवक कम करवाई. तब जाकर दोपहर को पानी की आवक कम हुई.

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